Habits which cause caner: कैंसर के कई प्रकार हैं और दुनिया भर में इस खतरनाक बीमारी से लाखों लोगों की जान चली जाती है. कई बार कैंसर का निदान और इलाज शुरुआती स्टेज में ना मिलने पर मौत का जोखिम अधिक बढ़ जाता है. सबसे ज्यादा कॉमन कैंसर है लंग कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, स्किन कैंसर, मुंह में होने वाला कैंसर, स्टमक या पेट का कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, कोलोरेक्टल कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर आदि. कैंसर के होने का रिस्क तब बढ़ जाता है, जब शरीर में कोशिकाएं बहुत तेजी और असामान्य रूप से बढ़ने और विभाजित होने लगती हैं. कैंसर (Cancer) होने पर शरीर में गांठ या ट्यूमर बनता है, लेकिन जरूरी नहीं कि सभी प्रकार के ट्यूमर्स कैंसर ही हों. आजकल की खराब जीवनशैली (Lifestyle) भी कैंसर के होने के रिस्क को बढ़ा रही है. साथ ही अधिक एल्कोहल का सेवन, स्मोकिंग, एक्सरसाइज ना करना, अनहेल्दी ईटिंग हैबिट्स के कारण भी कैंसर होने की संभावनाओं को बढ़ा सकते हैं. जानते हैं डेली लाइफ की कुछ अनहेल्दी आदतों के बारे में जो बन सकते हैं कैंसर के कारण.
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मोटापे से हो सकता है कैंसर
ओन्लीमाईहेल्थ में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, यदि आप मोटापे से ग्रस्त हैं, तो काफी हद तक कैंसर होने का खतरा बढ़ सकता है. अत्यधिक वजन और मोटापे के कारण इंफ्लेमेशन और हॉर्मोन लेवल में बदलाव होता है. यह शरीर में इंसुलिन जैसे बायोकेमिकल्स को प्रभावित कर सकता है. बेहतर है कि कैंसर से बचाव के लिए आप अपने वजन को कंट्रोल में रखें. प्रतिदिन एक्सरसाइज करें, हेल्दी फूड्स का सेवन करें, जिसमें हाई कैलोरी, अत्यधिक फैट ना हो. शारीरिक रूप से जितना एक्टिव रहेंगे, कैंसर होने की संभावना उतनी ही कम हो जाएगी.
बहुत अधिक गैजेट्स, मोबाइल का यूज
आजकल लोग बिना खाना खाए तो रह सकते हैं, लेकिन बिना मोबाइल, लैपटॉप के नहीं. दिनभर मोबाइल का इस्तेमाल करने से कई शारीरिक समस्याएं जन्म ले सकती हैं, उन्हीं में से एक है कैंसर की बीमारी. मोबाइल से रेडियोफ्रीक्वेंसी एनर्जी निकलती है, जो सेहत को नुकसान पहुंचाती हैं. सारा दिन कान से मोबाइल चिपकाए रहने से दिमाग पर भी बुरा असर डालता है. ये सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण ट्यूमर्स का कारण बन सकती हैं.
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स्ट्रेस बन सकता है कैंसर का कारण
आजकल जिसे देखो किसी ना किसी स्ट्रेस, एंग्जायटी, शारीरिक और मानसिक परेशानियों से घिरा हुआ है. अत्यधिक स्ट्रेस लेना संपूर्ण स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है. हालांकि, तनाव सीधे कैंसर का कारण नहीं बनता है, लेकिन तनाव के कारण हाई ब्लड प्रेशर, हृदय गति तेज होना, हाई ब्लड शुगर लेवल की समस्या बढ़ सकती है और इनका इलाज ना किया जाए तो कैंसर होने का जोखिम भी बढ़ सकता है. अक्सर लोग स्ट्रेस में अधिक खाने लगते हैं, एल्कोहल, स्मोकिंग करने लगते हैं, जो कैंसर के रिस्क को बढ़ा सकता है.
स्मोकिंग और एल्कोहल का सेवन
अमेरिकन कैंसर सोसायटी के अनुसार, जो लोग बहुत अधिक स्मोक करते हैं, उनकी आयु स्मोक ना करने वालों की तुलना में 10 साल कम हो जाती है. यदि आप भी बहुत ज्यादा धूम्रपान या शराब का सेवन करते हैं, तो इन आदतों को छोड़ दें या इन्हें पीना सीमित कर दें. वहीं, बहुत ज्यादा शराब के सेवन से भी कई तरह के कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है. इसमें मुंह, गले, एसोफेगस (Oesophagus), स्वरयंत्र (Larynx), महिलाओं में स्तन कैंसर, लिवर कैंसर आदि शामिल हैं.
बहुत ज्यादा बैठे रहना
यदि आप बिल्कुल भी चलते-फिरते नहीं हैं, शारीरिक एक्टिविटी ना के बराबर है, एक्सरसाइज नहीं करते, तो आप अपनी इस बैठे रहने की आदत को सुधार लें. लगातार बैठे रहने से कोलोन कैंसर, लंग कैंसर, एन्डोमेट्रियल कैंसर होने का रिस्क बढ़ सकता है. साथ ही बहुत ज्यादा धूप में रहने से भी स्किन कैंसर का खतरा रहता है. धूप की हानिकारक यूवी किरणें त्वचा को नुकसान पहुंचाती हैं. बाहर जाना हो, तो पूरा शरीर कपड़े से ढंका होना चाहिए, ताकि धूप से त्वचा कॉन्टैक्ट में आने ना पाए.
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