लहसुन
खाने
के
सही
तरीके
लहसुन
का
कई
तरह
से
लोग
खाते
है।
सबसे
बड़ी
बात
ये
है
कि
आप
इसे
किस
कारण
खा
रहे
है।
इसे
कच्चा
खाने
की
सोच
रहे
है,
तो
2
कली
से
ज्यादा
न
खाएं,
नहीं
तो
सेहत
के
लिए
नुकसानदायक
साबित
हो
सकती
है।
इसमें
भरपूर
मात्रा
में
आललिने
होता
है।
2
कली
में
ये
24-56
mg
तक
होता
है।
इसलिए
2
कली
ही
काफी
है।
सुबह-सुबह
इसे
खाली
पेट
खाने
से
पाचन
प्रक्रिया
में
सुधार
आता
है
साथ
ही
ये
कोल्ड-फलू
के
संक्रमण
से
बचाता
है।
वेट
मैंटेन
करता
है
और
शरीर
से
टॉक्सिन
निकालता
है।
लहसुन
को
आग
में
भून
कर
ही
खाना
चाहिए।
वो
भी
केवल
एक
से
दो
टुकडे
लहसुन
गर्म
होती
है
इसलिए
इसको
ज्यादा
खाना
भी
सेहत
के
लिए
खतरनाक
हो
सकता
है।
रक्त
पतला
कर
देता
है
लहसुन
को
प्राकृतिक
रूप
से
रक्त
पतला
करने
वाला
पदार्थ
माना
जाता
है,
इसलिए
हमें
बड़ी
मात्रा
में
लहसुन
का
सेवन
रक्त
पतला
करने
वाली
दवाओं
जैसे
कि
वार्फरिन,
एस्पिरिन
आदि
के
साथ
नहीं
करना
चाहिए।
इसका
कारण
यह
है
कि
रक्त
को
पतला
करने
वाली
दवा
और
लहसुन
का
संयुक्त
प्रभाव
खतरनाक
है,
और
इससे
जोखिम
बढ़
सकता
है।
हो
सकती
है
हार्ट
बर्न,
मतली
और
उल्टी
खाली
पेट
लहसुन
का
सेवन
करने
से
बहुत
से
लोगों
को
हार्ट
बर्न,
मतली
और
उल्टी
हो
सकती
है।
हार्वर्ड
मेडिकल
स्कूल
द्वारा
प्रकाशित
एक
रिपोर्ट
के
अनुसार,
लहसुन
में
कुछ
यौगिक
होते
हैं
जो
एसिडिटी
का
कारण
बन
सकते
हैं।
स्तनपान
कराने
वाली
महिलाएं
न
खाएं
स्तनपान
कराने
वाली
माताओं
को
इस
अवधि
में
लहसुन
खाने
से
बचना
चाहिए।
क्योंकि
यह
लेबर
को
प्रेरित
कर
सकता
है।
वहीं,
स्तनपान
कराने
वाली
माताओं
को
ज्यादा
लहसुन
इसलिए
खाने
से
बचना
चाहिए,
क्योंकि
यह
दूध
के
स्वाद
को
बदल
देता
है।
लीवर
के
लिए
नहीं
है
ठीक
लीवर
हमारे
शरीर
का
एक
महत्वपूर्ण
अंग
है,
क्योंकि
यह
रक्त
को
साफ,
वसा
चयापचय,
प्रोटीन
चयापचय
और
हमारे
शरीर
से
अमोनिया
को
हटाने
जैसे
विभिन्न
कार्य
करता
है।
कई
अध्ययनों
के
अनुसार,
यह
पाया
गया
है
कि
लहसुन
में
एलिसिन
नामक
एक
यौगिक
होता
है,
जो
बड़ी
मात्रा
में
लेने
पर
यकृत
विषाक्तता
का
कारण
बन
सकता
है।
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