जानें किन 6 राशियों का भाग्य होगा उदय, कैसे चमकेगा भाग्य का सितारा
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सूर्य के नज़दीक गुरु ग्रह के आने से गुरु बृहस्पति अस्त हो रहे हैं। जिसके साथ साथ शादियों पर भी विराम लग सकता है। सूर्य देव मकर राशि को छोड़ कर कुम्भ राशि में प्रवेश करेंगे। 22 फरवरी के दिन गुरु बृहस्पति अस्त हो जाएंगे जिसके बाद से न मंगल कार्य होंगे न ही शादीयाँ होंगी कुम्भ राशि में सूर्य व गुरु की युति करीब 12 साल के बाद नज़र आ रही है। इससे पूर्व कुम्भ राशि में गुरु व शनि की युति बानी थी।
बृहस्पति ग्रह को गुरु कहा जाता है। गुरु को ज्ञान, शिक्षा, दान, धार्मिक, पुण्य कार्यों के कारक माना जाता हैं। ज्योतिष अनुसार जिस किसी भी व्यक्ति पर गुरु ग्रह अपनी कृपा बरसातें हैं उसकी ज़न्दगी खुशहाल हो जाती है। गुरु ग्रह अब कुम्भ राशि में गोचर कर रहे हैं। इस ग्रह के अस्त होने की अवधि 22 फरवरी से 22 मार्च तक की रहेगी।
गुरु गोचर बदलेगा मेष व सिंह राशि की किस्मत
कुम्भ राशि में गुरु ग्रह के अस्त होने का लाभ दो राशियों को अधिक प्राप्त होने वाला है। मेष और सिंह राशि के लिए गुरु का गोचर होना किस्मत बदल देगा। ऐसा संयोग कई सालों के बाद देखने को मिला है।
6 राशियों के लिए अच्छा रहेगा गुरु का अस्त होना :
गुरु बृहस्पति का अस्त होना वृषभ, मिथुन, तुला, धनु, मकर और कुंभ राशियों के लिए काफी अच्छा रहेगा। इन सभी राशियों के लिए माँ लक्ष्मी अपनी कृपा बरसाएंगी जो की बहुत फलदायी होगी। घर में सुख एवं समृद्धि का भी वास होगा।
4 राशियों के जातकों को रहना होगा सतर्क
गुरु के अस्त होने पर मीन, कन्या, वृश्चिक एवं कन्या राशि वालों को रहना होगा सतर्क। इस राशि के जातकों को बेवजह के संवाद और बहस से बचना होगा। इस समय के दौरान धन की हानि होने की भी अधिक संभावनाएं हैं।
तीन दिन बुढ़ापा एवं तीन दिन रहेगा बालपन
गुरु ग्रह अस्त 19 फरवरी यानि के आज से होगा। तीन दिन तक गुरु ग्रह बुढ़ापे काल में रहेगा। इसी तरह उदयातिथि से 3 दिन पूर्व यानि 19 मार्च से 22 मार्च तक बालपन रहेगा।
27 फरवरी से इन पांच राशियों का भाग्य उदय होगा एवं माता लक्ष्मी प्रसन्न होंगी :
मेष राशि
इस राशि के जातकों के लिए शुरुआती समय में गुरु ग्यारहवें भाव में होंगे मौजूद।
वृष राशि
इस राशि के जातकों के लिए गुरु दसवें भाव में रहेंगे। ऐसे में जातक के जीवन में कई बदलाव हो सकते हैं।
मिथुन राशि
इस राशि के जातकों के लिए गुरु नौवें भाव में रहेंगे। जो की इन जातकों का भाग्य बदल सकता है।
कर्क राशि
इस राशि के जातकों के लिए गुरु का प्रभाव आठवें भाव में होगा। इन जातकों को संभल के रहने की ज़रुरत है।
सिंह राशि
इस राशि के लिए शुरुआती दिनों में गुरु सातवें भाव में रहेंगे। जो की एक शुभ संकेत है।
कन्या राशि
इस राशि के जातकों के लिए गुरु छठे भाव में रहेंगे। यह एक शुभ संकेत है।
ज्योतिष अनुसार
गुरु बृहस्पति किसी एक राशि में गोचर करने के लिए लगभग १ साल का समय लेते हैं। गुरु ग्रह को दो राशियों का अधिपत्य प्राप्त है धनु और मीन।। गुरु ग्रह अस्त होने से पहले बुढ़ापे एवं उदय से तीन दिन पहले बालपण अवस्था में रहते हैं। कृष्ण पक्ष चैत्र षष्ठी को गुरु बृहस्पति उदय होंगे।