सर्दी का मौसम शुरू होते ही एलर्जी की दिक्कतें बढ़ जाती हैं रिपोर्ट बताती है कि ठंड की शुरुआत होते ही एलर्जी के करीब 70 प्रतिशत मामले बढ़ जाते हैं। किसी को प्रदूषण से एलर्जी है तो किसी को खाने-पीने की चीजों से तो किसी को खास महक से एलर्जी होती है। सर्द मौसम में तापमान में गिरावट के कारण हवा से एलर्जी के तत्व जल्दी नहीं हटते जिससे सर्दी खांसी नाक बहना स्किन एलर्जी अस्थमा और भी कई तरह की एलर्जी हो सकती है |सर्दियों में एलर्जी से बचने के लिए हम आपको बता रहें हैं कुछ खास उपाय |
नई दिल्ली अगर आपको सर्दी से एलर्जी हैं बार बार छींकें आती हैं तो आप को खासतौर से कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। आइए जानते हैं कैसे बचाए खुद को एलर्जी से। सर्दी में हम ठंड से बचने के लिए बंद जगह पर ज्यादा वक्त गुजारना पसंद करते हैं जो एलर्जी का सबसे बड़ा कारण बनता है। लंबे समय तक बंद घर में रहने से हवा में मौजूद धूल के कण फफूंद पालतू जानवरों की रूसी और कॉकरोच ड्रॉपिंग एलर्जी का कारण बनते हैं। संवेदनशील स्किन वाले लोगों को स्किन एलर्जी होने का खतरा ज्यादा रहता है। सर्दी में रक्त नलिकाएं सिकुड़ जाती हैं जिससे हाथ व पैर में ब्लड सर्कुलेशन बाधित होता है। खून की कमी से ही हाथ या पैर की उंगलियों में सूजन होने लगती है। इस मौसम में फंगल इन्फेक्शन होने से खाज या खुजली होने की आशंका रहती है।
नम कपड़े का उपयोग
धूल की सफाई के लिए सूखे कपड़े की जगह हल्के नम कपड़े का उपयोग करें। नम कपड़ा धूल को चिपका लेता है। और एलर्जी से बहुत हद तक राहत देता है
गर्म पानी में धोएं कपड़े
कपड़ों से धूल के कण हटाने के लिए कम से कम 54 डिग्री सेल्सियस गर्म पानी में धोएं इस उपाय से एलर्जी से बचा जा सकता है |
मास्क पहनें
एन-95 या एफएफपी2 मास्क 0.1 से 0.3 माइक्रॉन के कणों को भी फिल्टर कर देता है। ये कण इंसानी बाल से लगभग 700 गुना तक छोटे होते हैंऔर और ये एलर्जी से बहुत राहत देता है |
अगर कई दिनों से आपकी नाक बह रही है आंखों से पानी आ रहा है या खांसी बरकरार है। अगर इन लक्षणों के कारण आपको नींद नहीं आ पा रही है तो अलर्ट होने की जरूरत है। अगर आपको साइनस में संक्रमण, सिर दर्द और कान में संक्रमण जैसी समस्या है। ध्यान रखें कि एलर्जी से जुड़े लक्षण दिखने पर अपने मन से कोई भी दवा न लें। डॉक्टरी सलाह जरूर लें।