लोहड़ी का त्यौहार साल के आरंभ का पहला
पर्व होता है और इसके साथ ही त्यौहारों का लम्बा सिलसिला आरंभ होता है. लोहड़ी का बहुत महत्व है क्योंकि यह पंजाब में रबी फसलों की कटाई के मौसम की शुरुआत और सर्दियों के अंत का प्रतीक बनता है. लोहड़ी एक लोकप्रिय लोक उत्सव है जो देश के उत्तरी क्षेत्र में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है, विशेष रूप से पंजाब में इसकी धूम देखते ही बनती है इस समय पर गली चौराहों पर लकड़ियों को ढेर दिखाई देते हैं और शाम के समय सभी ओर लोग एक साथ मिलकर इस पर्व में शामिल होते हैं. हर साल, यह त्यौहार 13 जनवरी को पड़ता है. ये वो समय है जब सूर्य उत्तरायण में प्रवेश करता है निरयण संक्रांति के आरंभ का समय होता है. लोहड़ी का पर्व मकर संक्रांति से एक रात पहले मनाई जाती है.
लोहड़ी का पर्व और उससे जुड़ी मान्यताएं जीवन और प्रकृति से जुड़ी हैं. यह पर्व एक संप्रदाय तक सीमित नही है अपितु यह पर्व प्रकृति के बदलाव को भी दर्शाता है और जीवन को इस बदलाव के साथ विकसित होने का संदेश भी देता है. साल के आरंभ का यह पहला पर्व बहुत ही हर्षो उल्लास के साथ मना जाता रहा है. लोहड़ी का त्यौहार मुख्य रुप से पंजाब की ओर मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण पर्व है
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