अगर आपको तेज सिरदर्द मतली और प्रकाश और ध्वनि के प्रति ज्यादा संवेदनशीलता है तो आपका यह सिरदर्द मामूली नहीं है। दरअसल यह सिरदर्द माइग्रेन हैं, जो न केवल आपको पूरी तरह से बिस्तर पर पहुंचा सकता हैं बल्कि आपकी रोजमर्रा की गतिविधियों को भी बाधित कर सकता हैं। यह एक सामान्य स्थिति है जिसका अनुमानित वैश्विक प्रसार 14.7% है अर्थात यह 7 लोगों में से लगभग 1 को होता है। जब माइग्रेन अटैक होता है तो माइग्रेन से पीडित व्यक्ति कष्टदायी दर्द से छुटकारा पाने के लिए लगभग हर संभव तरीके को अपनाते हैं।
नई दिल्ली : दवा दर्द को कम करने में मदद कर सकती है और एंटीडिपेंटेंट्स और बीटा-ब्लॉकर्स एपिसोड को रोकने में मदद कर सकते हैं। हालांकि इन सभी दवा की विधियों में मतली अनिद्रा हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट अटैक सहित संभावित साइड इफेक्ट होते हैं। क्लीनिकल स्टडी से पता चला है कि सामान्य देखभाल की तुलना में घरेलू उपचार दर्द से राहत दिलाने में ज्यादा प्रभावी साबित हुआ है। इस समस्या से निपटने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि पहले यह जाना जाए कि यह समस्या किस वजह से हो रही है। जिन चीजों से यह समस्या ज्यादा होती है उनमे मुख्य रूप से हाई ब्लड प्रेशर गर्दन या कंधे की मांसपेशियों में अकड़न भावनात्मक तनाव, कुछ विशेष दवाएं, एडिटिव्स या कुछ खाद्य पदार्थ शामिल है। हेलिकोबैक्टर पाइलोरी को आमतौर पर एच-पाइलोरी बैक्टीरिया के रूप में जाना जाता है यह माइग्रेन अल्सर और अन्य गैस्ट्रिक समस्याओं को पैदा करने के लिए जाना जाता है। माइग्रेन के लक्षणों को जांचने के लिए प्राकृतिक उपचारों को अपनाना एक दवा-मुक्त तरीका है। ये घरेलू उपचार माइग्रेन को रोकने में मदद कर सकते हैं या इसकी गंभीरता और इससे पीड़ित होने के समय को कम से कम करने में मदद कर सकते हैं।
हाइड्रेशन बहुत जरूरी है
बिना दवा के माइग्रेन का इलाज करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप ढेर सारा पानी या इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक को पिएं। यह देखा गया है कि डीहाइड्रेशन होने से सिरदर्द होता है। सुनिश्चित करें कि जिस इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक को आप पी रहे हो उसमे चीनी या रंग न मिलाहो क्योंकि इससे सिरदर्द और ज्यादा बढ़ सकता हैं। विटामिन सी युक्त ड्रिंक पीना सबसे बढ़िया होता है। अगर व्यक्ति को डायबिटीज है तो ड्रिंक में कितनी चीनी है इसको जरूर जांच लेना चाहिए।
नियमित रूप से योग करें
रिसर्च से पता चला है कि योग करने से सिरदर्द को कम करने में मदद मिल सकती है। योग एक बहुत पुरानी परंपरा है जिसमे सांस लेने की तकनीक और आसन के माध्यम से दर्द से छुटकारा पाने में मदद मिल सकती है। इन आसनों और प्राणायामों का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। एक प्रमाणित ट्रेनर के मार्गदर्शन में हर दिन दो बार करने से माइग्रेन के दर्द की गंभीरता कम हो जाएगी और भविष्य के माइग्रेन अटैक के लिए तैयार होने में मदद मिलेगी।
एक्यूपंक्चर
एक्यूपंक्चर एक ऐसी वैकल्पिक चिकित्सा तकनीक है जिसमे शरीर के प्रेशर पॉइंट की पहचान करके सुइयों को चुभा करके दर्द और माइग्रेन के अन्य लक्षणों को सही करने में मदद की जाती है। स्टडी ने एक्यूपंक्चर को पुराने सिरदर्द से पीड़ित लोगों के लिए दर्द से छुटकारा पाने के लिए सबसे विश्वसनीय वैकल्पिक चिकित्सा तकनीक मानी गयी है। यहां तक कि थ्रोबिंग माइग्रेन के दर्द से पीड़ित मरीज को एक्यूपंक्चरिस्ट के साथ सेशन करने का प्रयास करना चाहिए क्योंकि एक्यूपंक्चरिस्ट भी एक्यूपंक्चर से माइग्रेन के दौरान दर्द से राहत पाने के लिए सबसे सुरक्षित बिना दवा के इस विकल्पों को अपनाने की सलाह देंगे।