बिल गेट्स
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वाशिंगटन के सीऐटल नामक स्थान में सन् 1995 की 28 अक्टूबर को रात्रि 10 बजे जन्में बिल गेट्स का जन्म लग्न धनु है तथा चन्द्र राशि मीन है। उनकी कुंडली में मंगल के साथ बुध स्वयं के घर में 23° पर कन्या राशि में 21′ 14″ रेखांश पर स्थित होकर उन्हें सफल व्यापारी बनाने का कार्य करता है। सन् 1987 में ही फ़ॉर्ब्स द्वारा जारी विश्व के अरबपतियों की सूची में आने के बाद उनका नाम कई वर्षों तक शीर्ष पर रहा। 2012 में, फोर्ब्स ने इन्हें विश्व का चौथा सर्व-शक्तिशाली व्यक्ति माना। टाइम्स मैगजीन द्वारा बिल गेट्स को बीसवीं सदी के सबसे अधिक प्रभावशाली 100 व्यक्तियों की सूची में चुना था।
वैवाहिक जीवन से सम्बंधित ग्रह शुक्र बिल गेट्स के जन्म के समय उनकी कुंडली में स्वयं के स्वामित्व वाले चौथे घर में 26° पर तुला राशि में 59′ 04″ रेखांश पर उच्च अवस्था में है। जैसा कि सभी को बिल गेट्स तथा उनकी पूर्व पत्नी मेलिंडा गेट्स के तलाक़ के बारे में पता है। शुक्र की महादशा के बाद, बिल गेट्स की कुंडली में शुक्र ग्रह का नीचे जाना उनकी शादी टूटने का कारण बना।
चौथे यानी शुक्र के घर में स्वयं शुक्र, सूर्य व शनि का होना उनकी कुंडली को ख़ास भी बनाता है। उन्होंने अच्छे अंकों से विद्यालय उत्तीर्ण कर, पढ़ते समय ही एक कम्प्यूटर प्रोग्राम बनाकर $4,200 कमाए थे। वे एक दृढ़ निश्चयी व्यक्ति हैं। अपने अध्यापक को दिए 30 वर्ष की आयु में करोड़पति बन जाने के वचन को उन्होंने 31 वर्ष में अरबपति बनकर निभाया।
उनका गुरू 04° पर सिंह राशि में 32′ 16″ रेखांश पर स्थित है। अपने मित्र ग्रह सूर्य के दूसरे घर में भाग्य भाव में बैठे गुरु ग्रह की दृष्टि लग्न की ओर है। यह स्थिति उनका राजयोग दर्शाती है।बिल गेट्स का जन्म उच्च मध्यम वर्ग के परिवार में हुआ था। प्रारम्भ से ही उनका लगाव विशेष कार्यों के प्रति रहा। उनकी कुंडली में शनि की दृष्टि किसी भी ग्रह की ओर नहीं है, इसका उन्हें सदैव विशेष लाभ मिलता है और उनका अहित नहीं होता।