इस बार
कार्तिक शुक्ल त्रयोदशी के दिन इस माह का दूसरा भौम प्रदोष व्रत मंगलवार, 17 नवंबर 2021 को रखा जाएगा। भौम प्रदोष व्रत जब किसी भी मंगलवार के दिन प्रदोष तिथि का योग बनता है, तब यह व्रत रखा जाता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक माह की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है। यह
व्रत हर तरह के कर्ज से छुटकारा दिलाता है। मंगल ग्रह का ही एक अन्य नाम भौम है। इस दिन हनुमान जी की आराधना का विशेष महत्व है। कई बार कर्ज लेना आवश्यक हो जाता है, तब आदमी कर्ज या ऋण तो ले लेता है, लेकिन उसे चुकाने में उसे काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। ऐसे समय में कर्ज संबंधी परेशानी दूर करने के लिए भौम प्रदोष व्रत लाभदायी सिद्ध होता है।भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए हर माह की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है।इस दिन मंगलवार होने के कारण इसे भौम प्रदोष व्रत कहा जाता है। इस दिन भगवान शिव के साथ-साथ हनुमान जी का भी आशीर्वाद मिलता है।कार्तिक मास शुक्ल पक्ष तिथि समाप्त- 17 नवंबर 2021 दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर होगा।पूजन शुभ मुहूर्त- शाम 6 बजकर 55 मिनट से लेकर 8 बजकर 57 मिनट तक होगा। प्रदोष व्रत का पूजन सदैव प्रदोष काल यानी सूर्यास्त के समय ही करना चाहिए।
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