धनतेरस पर्व आरंभ होने से ही तीन दिन तक चलने वाला गोत्रिरात्र व्रत भी इसी पर्व से शुरू होता है। धनतेरस पर्व के अवसर पर नई वस्तुओं की खरीददारी की विशेष महत्वता है। मान्यता है कि इस अवसर खरीदी गई वस्तुएं दिनों-दिन वृद्धि करती है। इसी कारण लोग इस दिन सोना, चांदी, कपड़े, बर्तन आदि वस्तुओं की खरीददारी भी करते हैं।
इस वर्ष 2 नवंबर 2021 को धनतेरस का पर्व मनाया जायेगा। पूजा का शुभ मुहूर्त- शाम 5 बजकर 25 मिनट से शाम 6 बजे तक रहेगा। प्रदोष काल- शाम 05:39 से लेकर रात 20:14 तक रहेगा। वृषभ काल- शाम 06:51 से लेकर 20:47 तक रहेगा।
ज्योतिष शास्त्र में राशि परिवर्तन का विशेष महत्व माना जाता है। ग्रह के राशि परिवर्तन का प्रभाव मानव जीवन पर पड़ता है। आपको बता दें कि धनतेरस पर्व के अवसर पर बुध ग्रह प्रातः 9:43 बजे कन्या राशि से निकलकर तुला राशि में गोचर करेगा। इसके बाद फिर 21 नवंबर तक इसी राशि में रहेंगे। बुध ग्रह का संबंध बृहस्पति और चंद्रमा से है, इसलिए इसमें इन दोनों ग्रहों की भी विशेषताएं समिल्लित हैं। ग्रह गोचर के हिसाब से जानिए 12 राशियों के 12 उपाय। इन उपायों को करके आप अपने धन समृद्धि के द्वार खोल सकते हैं।
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