Highlights
- सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर अब हमारे बीच नहीं रहीं।
- उनके निधन की खबर सुनते ही हर किसी का दिल टूट गया।
अपने सुरों से लोगों का दिल जीतने वालीं सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर अब हमारे बीच नहीं रहीं। लता जी ने आज सुबह दुनिया को अलविदा कह दिया। उनके निधन की खबर सुनते ही हर किसी का दिल टूट गया और आंखें आंसुओं से भीग गई। स्वर कोकिला के नाम से मशहूर लता मंगेशकर की आवाज आज भी कानों में मिठास घोल देती है।
हर भाषा में गाना गा चुकीं स्वर कोकिला ने अपने जीवन भर में भारत समेत विश्व को अपने मीठे आवाज की बदौलत अनमोल गाने दिए हैं जिनका बॉलीवुड हमेशा शुक्रगुजार रहेगा। करीब 30,000 से ज्यादा गाना गाने वाली लता मंगेशकर के 91वें जन्मदिन पर उनके द्वारा गाया एक खास गाना रिलीज किया गया था जो 22 साल पहले रिकॉर्ड किया गया ये गाना गुलजार साहब ने लिखा था और उसे विशाल भारद्वाज ने कंपोज किया था।
लता मंगेशकर रुखसती के बाद भी इन गानों से हर दिल में पैदा करती रहेंगी हौंसला
देखा जाए तो इस गाने के बोल इस तरह के हैं कि ऐसा लगता है मानों आज के लिहाज से ही लिखा गया हो। गाने के बोल हैं ‘सब कुछ ठीक है और कुछ ठीक नहीं लगता।’
इस गाने की सबसे खास बात ये है कि यह गाना गुलजार साहब की एक फिल्म के लिए बनाया गया था लेकिन हालात कुछ ऐसे बने कि फिल्म रिलीज नहीं हो पाई और गाना वैसे ही रह गया। इस गाने को 22 साल पहले तब के म्यूजिक के हिसाब से कंपोज किया गया था इसलिए इस गाने को सुनने के बाद ऑडिएंस को वाकई अच्छा लगा था।
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लता दी की आवाज में गाए गए इस गाने दूसरी खास बात ये है कि तब से अब तक इस गाने को ना आज के समय के माहौल और म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट्स के हिसाब से रीमिक्स किया गया और न ही इसे कभी बदला गया।