ज्योतिषशास्त्र के अनुसार
- सूर्यदेव को नो ग्रहो का राजा माना जाता है।
- इन ग्रहों में शनिदेव को न्यायाधीश या दंडाधिकारी के तौर पर जाना जाता है।
- सूर्य देव को वेदों में जगत की आत्मा कहा गया है।
- सूर्य को जीवन और शनि को मृत्यु का कारक कहा गया है।
- शाश्त्रों में शनि और सूर्य को एक दूसरे का शत्रु माना गया है।
इस कारण से बिगड़े सूर्य और शनि के सम्बन्ध ।
- सूर्य और शनि के बिच पिता पुत्र का रिश्ता है।
- पौराणिक कथाओं के अनुसार सूर्य देव की दूसरी पत्नी का नाम छाया था। जब छाया का पुत्र शनि का जनम हुआ तोह शनि का कला रंग देख कर सूर्य देव न छाया और शनि को त्याग दिया जिस कारण वश पिता पुत्र के सम्बन्ध बिगड़े ।
सूर्य और शनि की युति
- 14 जनवरी 2022 में सूर्य मकर राशि में प्रवेश कर रहे हैं।
- सूर्य मकर राशि में 13 फरवरी 2022 तक रहेंगे तो वहीं दूसरी और शनि इस राशि में 29 अप्रैल 2022 तक रहगे।
- जब भी सूर्य इस राशि में प्रवेश करते हैं तो मकर संक्रांति मनाई जाती है।
- सूर्य को सात्विकता और शुभता फ़ैलाने वाला ग्रह माना जाता है। यह व्यक्ति के जीवन में प्रकाश फैलाता है। शनि को तामसिक और कठोर ग्रह माना जाता है। यह व्यक्ति के जीवन में संघर्ष और अंधकार पैदा करता है। प्रकाश और अंधकार का मिलन होने के परिणाम बढ़ा विचित्र होता हैं। परन्तु इनके मिलन से कई राशिओ के भाग्य खुलने वाले है।