कंपनी ने इस साल 15 लाख ऑटोमोबाइल यूनिट्स को सेल करने का टारगेट रखा है। साथ ही बीवाईडी का कहना है कि अगर आने वाले कुछ महीनों में सप्लाई चेन में अगर सुधार होता है तो यह आंकड़ा 20 लाख यूनिट्स तक भी जा सकता है। ITHome की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी के Han DM-i आधारित इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की डिमांड मार्केट में इसके लॉन्च के बाद बहुत ज्यादा बढ़ गई है।
Han DM-i आधारित इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को लेकर कंपनी ने कहा है कि इनकी सेल प्रति माह 30 हजार यूनिट्स के पार जा सकती है। ग्लोबल लेवल पर अपनी पकड़ बना चुकी है इस ऑटोमोटिव निर्माता कंपनी का मानना है कि हाल ही में कच्चे माल की कीमतों में जो तेज उछाल आया है, वह अब धीरे धीरे नीचे जा रहा है। अगर लीथियम कार्बोनेट की कीमत यही बनी रहती है तो इस साल सप्लाई चेन की दिक्कतों का इसके आने वाले एनर्जी व्हीकल्स की सेल्स पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा। इस साल कंपनी के न्यू एनर्जी व्हीकल्स की निर्माण दर 35 प्रतिशत या 40 प्रतिशत तक भी जा सकती है।
कंपनी ने अपने DM-i आधारित इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की बिक्री दूसरे देशों में भी करना शुरू कर दिया है। कोलम्बिया में कंपनी 500 यूनिट्स भेज चुकी है। इसे कंपनी के मेन ट्रेडिंग क्षेत्रों में से एक में गिना जाता है। चीन में तो कंपनी के व्हीकल्स की भारी मांग है ही, इसके साथ अब दूसरे छोटे देशों में भी यह निर्यात शुरू कर चुकी है। इसका अर्थ है कि 2022 में कंपनी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स मेन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में बहुत अधिक ग्रोथ कर सकती है।
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