एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक, नासा की कुल 74 यूनिक फोटोग्राफ को इस नीलामी में शामिल किया गया। इनमें 1960 और 1970 के दशक में अपोलो मिशन के दौरान चंद्रमा पर ली गई 26 तस्वीरें शामिल थीं। ब्रून रासमुसेन ऑक्शन हाउस ने एक न्यूज एजेंसी को बताया कि उन्होंने 74 में से 73 तस्वीरें बेचीं।
ब्रून रासमुसेन से एक विदेशी कलेक्टर ने संपर्क किया था। वह अपनी पहचान जाहिर किए बिना तस्वीरें बेचना चाहते थे। उन्होंने लगभग EUR 190,000 (1 करोड़ 59 लाख 60 हजार 100 रुपये) के कलेक्शन का अनुमान लगाया था। हर फोटोग्राफ को व्यक्तिगत रूप से नीलाम किया गया।
नीलामी में सबसे कीमती फोटोग्राफ ‘अर्थराइज’ की रही। इसे दिसंबर 1968 में अपोलो 8 पर चंद्रमा की परिक्रमा करते हुए अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री विलियम एंडर्स ने खींचा था। तस्वीर को 11,800 यूरो (लगभग 9,93,000 रुपये) में बेचा गया।
इस कलेक्शन में अपोलो 13 मिशन की फोटोग्राफ भी शामिल थीं। खराबी की वजह से यह मिशन चंद्रमा पर नहीं उतर पाया था। नीलामी में कई तस्वीरें पहली बार सामने आईं। इससे पहले ये तस्वीरें नासा के आर्काइव में थीं। कुछ तस्वीरें अमेरिकी मैगजीन जैसे- नेशनल ज्योग्राफिक और लाइफ के कवर पेज पर आ चुकी हैं। ये सभी फोटोग्राफ बताती हैं कि 1960 और 1970 के दशक में इंसान ने कितनी उपलब्धि हासिल की थीं।
इंसान ने आखिरी बार 1972 में अपोलो 17 मिशन के दौरान चंद्रमा पर कदम रखा था। अब फिर से नासा 2025-2026 में अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर भेजने की योजना बना रही है। इसकी शुरुआत आर्टेमिस 1 (Artemis 1) मिशन के साथ होगी। फिलहाल यह मिशन अपनी तय तारीख से लेट हो चुका है।