cryptopotato की रिपोर्ट के अनुसार, इस हफ्ते सोमवार को बिटकॉइन ने 39 हजार डॉलर तक गोता लगाया था। मंगलवार को इसने तेजी दिखाई और 41 हजार डॉलर पर पहुंच गई। यह तेजी जारी रही और बुधवार को बिटकॉइन की कीमत 42 हजार डॉलर पर पहुंच गई। गुरुवार को यह 43 हजार डॉलर पर पहुंची, जो बीते 11 दिनों का सबसे हाई स्कोर था। हालांकि वक्त बदलते ज्यादा देर नहीं लगी। यह करेंसी कुछ ही घंटों में लगभग 3,000 डॉलर तक नीचे चली गई और Bitstamp पर इसकी वैल्यू 40 हजार डॉलर पर आ गई।
फिलहाल यह उसी स्तर पर है, लेकिन एक दिन में 3% से ज्यादा नीचे जाने का मतलब है कि इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 775 अरब डॉलर तक गिर गया है। बिटकॉइन के साथ जो करेंसी बीते दिनों अच्छा प्रदर्शन कर रही थीं, वह भी अब लुढ़क गई हैं।
Ethereum ने गुरुवार को 10 दिनों का हाई लेवल देखा था। यह कॉइन 3,200 डॉलर की वैल्यू पार करने जा रही थी, लेकिन कीमतों में गिरावट के बाद यह 3,000 डॉलर पर बने रहने के लिए जूझ रही है। इसी तरह Binance Coin जो 430 डॉलर के करीब पहुंच गया था, अब 400 डॉलर से नीचे जाने के करीब पहुंच गया है।
Ripple, Solana, Terra, Cardano, Avalanche, Polkadot, Dogecoin और Shiba Inu सबका यही हाल है। कुल मिलाकर क्रिप्टो मार्केट कैप कल के पीक से 100 अरब डॉलर तक गिर गया है और अभी 1.9 ट्रिलियन डॉलर से नीचे है।
भारत में क्रिप्टोकरेंसी स्टेटस की बात करें तो यूनियन फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण ने इसके लिए ग्लोबल फ्रेमवर्क तैयार करने की बात कही है, ताकि क्रिप्टो को रेगुलेट किया जा सके और मनी लॉन्ड्रिंग या आतंकवाद के वित्त पोषण जैसे कामों में इसका दुरुपयोग न किया जा सके।