क्रिप्टो स्कैम्स के बारे में केन्या के कैबिनेट सेक्रेटरी Joe Mucheru ने बताया कि क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर लोगों को अधिक जानकारी नहीं है और इस वजह से वे धोखाधड़ी का शिकार बनते हैं। उन्होंने लोगों से जाली या संदिग्ध फर्मों के बारे में जानकारी देने को कहा है जिससे अन्यों को सतर्क किया जा सके। मीडिया ऑर्गनाइजेशंस से भी धोखाधड़ी के ऐसे मामलों की जितना अधिक हो सके रिपोर्ट देने को कहा गया है। इससे लोगों को क्रिप्टो स्कैम्स के बारे में जागरूक किया जा सकेगा। ऐसा अनुमान है कि केन्या की जनसंख्या का 8.5 प्रतिशत या 45 लाख से अधिक लोगों के पास क्रिप्टोकरेंसीज हैं। इनके बीच बिटकॉइन अधिक लोकप्रिय है।
रिसर्च फर्म Triple-A के अनुसार, अफ्रीकी देशों में क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग वॉल्यूम के लिहाज से केन्या पहले स्थान पर है। कुल क्रिप्टोकरेंसी एक्टिविटीज में इसका दुनिया भर में पांचवां स्थान है। केन्या में क्रिप्टो से जुड़ी एक्टिविटीज अधिक होने के कारण स्कैमर्स ऐसे लोगों की तलाश में रहते हैं जिन्हें इस मार्केट की कम जानकारी है।
अन्य देशों में भी क्रिप्टो स्कैमर्स की एक्टिविटीज बढ़ी हैं। रिसर्च फर्म Chainalysis की हाल की एक रिपोर्ट में बताया गया था कि पिछले वर्ष इन स्कैम्स के जरिए 7.7 अरब डॉलर की धोखाधड़ी की गई थी। अमेरिका के जस्टिस डिपार्टमेंट ने हाल ही में ब्लॉकचेन एनालिसिस और वर्चुअल एसेट्स से जुड़े फ्रॉड को पकड़ने के लिए FBI की एक यूनिट शुरू करने की घोषणा की थी। डिपार्टमेंट ने पिछले महीने धोखाधड़ी का एक बड़ा मामला पकड़ा था। इसमें न्यूयॉर्क के एक दंपत्ति पर 4.5 अरब डॉलर से अधिक (लगभग 33,750 करोड़ रुपये) के बिटकॉइन्स की लॉन्ड्रिंग करने का आरोप है। ये बिटकॉइन लगभग छह वर्ष पहले डिजिटल करंसी एक्सचेंज Bitfinex को हैक कर चुराए गए थे। पिछले वर्ष अमेरिका के सबसे बड़े फ्यूल पाइपलाइन नेटवर्क पर सायबर हमले के बाद प्रेसिडेंट Joe Biden के तहत आने वाले रेगुलेटर्स ने क्रिप्टोकरंसी इंडस्ट्री की स्क्रूटनी बढ़ाई है।
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