Highlights
- अंडर-19 विश्व कप से पहले यश धुल की अगुआई में भारतीय टीम ने एशिया कप का खिताब अपने नाम कर चुकी है
- धुल से पहले मोहम्मद कैफ, विराट कोहली, उन्मुक्त चंद और पृथ्वी शॉ की अगुआई में भारत ने विश्व कप का खिताब अपने किया है
- अंडर-19 विश्व कप में अब तक दिल्ली के कप्तानों का दबदबा रहा है
आईसीसी अंडर-19 विश्व कप की शुरुआत आज से वेस्टइंडीज के प्रोवेंस स्टेडियम गुयाना में हो रही है। टूर्नामेंट का पहला मैच आज मेजबान वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला जाएगा। वहीं पिछले साल की उप विजेता भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत ग्रुप बी में साउथ अफ्रीका के खिलाफ करेगी। भारतीय टीम की कोशिश होगी कि वह यश धुल के नेतृत्व में जीत के साथ टूर्नामेंट का आगाज करें।
अंडर-19 विश्व कप से पहले यश धुल की अगुआई में भारतीय टीम ने एशिया कप का खिताब अपने नाम कर चुकी है। ऐसे में टीम की कोशिश होगी कि विश्व कप का खिताब अपने नाम करें। धुल से पहले मोहम्मद कैफ, विराट कोहली, उन्मुक्त चंद और पृथ्वी शॉ की अगुआई में भारत ने विश्व कप का खिताब अपने किया है। ऐसे में आइए जानते हैं विश्व कप के लिए कैसी है भारतीय टीम-
दिल्ली के कप्तानों का रहा है दबदबा
अंडर-19 विश्व कप में अब तक दिल्ली के कप्तानों का दबदबा रहा है। धुल अंडर-19 विश्व में भारत का नेतृत्व करने वाले दिल्ली से तीसरे कप्तान बने हैं। धुल से पहले विराट कोहली (2008) और उन्मुक्त चंद (2012) भी अंडर-19 विश्व कप में भारत की कप्तानी कर चुके हैं और इन दोनों की ही कप्तानी में टीम इंडिया ने खिताब अपने नाम किया था। ऐसे में धुल की कोशिश होगी वह टीम को खिताब दिलाकर दिल्ली के रिकॉर्ड को और बेहतर करें।
आपको बता दें कि भारत ने आईसीसी की इस प्रतियोगिता में सबसे पहली बार साल 2000 में मोहम्मद कैफ की अगुआई में खिताब को अपने नाम किया था। वहीं टीम ने आखिरी बार साल 2018 में पृथ्वी शॉ की कप्तानी में टीम इंडिया ने खिताबी जीत हासिल की थी।
वहीं साल 2020 में खेले गए विश्व कप में प्रियम गर्ग की कप्तानी में भारत उप विजेता रही थी। भारत को फाइनल में बांग्लादेश की टीम ने हराया था।
बल्लेबाजी में इन चार खिलाड़ियों पर रहेगी सबकी नजर
अंडर-19 विश्व कप में भारत के इन चार खिलाड़ी हरनूर सिंह, शेख राशिद, अंगक्रिश रघुवंशी और कप्तान यश धुल की चौकड़ी का चलना बेहद ज़रूरी है। हरनूर ने प्रैक्टिस मैच में शतकीय पारी खेलकर पहले सबकी उम्मीदें जगा चुके हैं। वहीं एशिया कप में भी उनका प्रदर्शन लाजवाब रहा था। उन्होंने टूर्नामेंट में सबसे अधिक 251 रन बनाए थे और उन्हें मैन ऑफ द सीरीज चुना गया था। इसके अलावा हरनूर का बल्ला चैलेंजर्स ट्रॉफी में खूब चाल। इस टूर्नामेंट में उन्होंने तीन शतकों के साथ कुल 451 रन बनाए थे।
वहीं अंगक्रिश और राशिद ने भी एशिया कप में दमदार प्रदर्शन कर अपनी दावेदारी को मजबूत किया है। एशिया कप के फाइनल में अंगक्रिश ने 56 और राशिद ने 31 रनों की पारी खेलकर टीम को खिताबी जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
भारत की गेंदबाजी में है दम
अंडर-19 विश्व कप में भारतीय टीम मजबूत गेंदबाजी आक्रमण के साथ मैदान पर उतरने के लिए तैयार है। टीम में गेंदबाजी की सबसे मजबूत कड़ी स्पिनर विकी ओस्तवाल और कौशल तांबे है। इन दोनों खिलाड़ियों का एशिया कप में प्रदर्शन शानदार रहा था। ओस्तवाल को फाइनल में उनके दमदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच भी चुना गया था।
वहीं तेज गेंदबाजी में राजवर्धन हांगरगेकर और राज अंगद पर भी सबकी निगाहें बनी रहेगी। राजवर्धन के पास बेहतरीन गति है तो राज अगंद अपनी मध्यम गति की गेंदबाजी के साथ बल्लेबाजी में वह अपना महत्वपूर्ण योगदान देने की क्षमता रखते हैं।