Thursday, October 21, 2021
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क्या नवरात्रि के दौरान आपका उपवास कब्जियत की वजह बनता है? जानिए इस तरह पाएं काबू


Navratri 2021: नवरात्रि के दौरान लोग अक्सर लंबा उपवास करते हैं. इस अवधि में डाइट सामान्य दिनों से बिल्कुल अलग हो जाती है. डाइट पैटर्न में बदलाव से पेट की कई समस्याएं हो सकती हैं क्योंकि उपवास के दौरान लोग अक्सर फलों, नट्स और जूस का सहारा लेते हैं. दूसरे फूड सामग्री का सेवन बहुत सीमित हो जाता है और पेट की सफाई भी नहीं हो पाती. उसकी वजह से कब्ज, एसिडिटी और सुस्ती हो सकती है. कब्ज की समस्या को सही समय पर हल नहीं करना दूसरी कई बीमारियों को न्योता देने का जोखिम कारक है.

कब्ज होने के क्या हैं प्रमुख कारण? 
डाइट में फाइबर की कमी- उपवास के दौरान अनाज नहीं खाने से आपकी डाइट में फाइबर की गंभीर कमी हो जाती है. फाइबर की कम मात्रा के कारण आपको मल त्याग करने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.

ज्यादा चाय का सेवन- उपवास के समय लोगों का झुकाव ज्यादा चाय सेवन की तरफ होता है. ज्यादा चाय का सेवन आपकी आंत को प्रभावित करता है और ये आपके भोजन को सही तरीके से पचने नहीं देता. उससे भी कब्ज होता है.

रात में देर तक जागना- नवरात्रि आने के साथ डांडिया या गरबा की रात शुरू हो जाती है. लोग अक्सर सामाजिक मेलजोल जैसे माता की चौकी या जगराता करते हैं. लेकिन देर से सोना और जल्दी जागना आपके पाचन चक्र को खराब कर सकता है और उससे भी कब्ज होता है!

व्रत में कब्ज से कैसे बचें
नींबू पानी या तरल पदार्थ का सेवन बढ़ाएं- उपवास के दौरान सादा पानी का सेवन बढ़ाएं. उसके साथ आपको नींबू पानी, नारियल पानी और छाछ पीना चाहिए. ये आपके पेट को ठंडा रखेगा और कब्ज की समस्या नहीं होने देगा. उससे आपके शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की मात्रा भी बढ़ेगी, जो आपको हर वक्त ऊर्जावान रहने में मदद कर सकता है.

चाय और कॉफी का सेवन कम करें- कई नियमों का उपवास में पालन किया जाता है. कुछ लोग सिर्फ फलों का सेवन करते हैं जबकि दूसरे लोग सुस्ती से निजात के लिए चाय या कॉफी पीते हैं. चाय और कॉफी दोनों में मौजूद कैफीन से आपको पेट की समस्याएं हो सकती है. उनके ज्यादा सेवन से कब्ज स्वाभाविक है. बेहतर है कि आप कम चाय और कॉफी उपवास के दौरान पीएं.

दही खाने को सुनिश्चित करें- उपवास करते समय लोग अक्सर कुट्टू के आटे से बनी तली पूरी खाते हैं. ये पेट के लिए बहुत भारी हो सकती हैं और पचने में ज्यादा समय लगाती हैं. आप उसे दही से शांत करने की कोशिश करें. दही पेट के लिए शानदार हिस्सा है.

सब्जी और फल के बीच गैप रखें- कम अंतराल पर बहुत ज्यादा भोजन खाने के कारण कब्ज हो सकता है. जरूरी है कि आप पेट को पचने के लिए काफी समय दें. इसलिए, अगर आपको भूख लगे, तो कम मात्रा में फल या स्नैक्स का सेवन करें. लंबे समय तक भूखा रहने से भी एसिडिटी की समस्या हो सकती है. लिहाजा, फल और सब्जियों के बीच उचित समय के गैप को बनाए रखें. 

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