नई दिल्ली: कोरोना वायरस के नए-नए वेरिएंट से दुनिया पहले ही परेशान है और अब तीन नए कोराना वायरस का पता चला है जो चमगादड़ से फैल रहा है. ये कोरोना वायरस मानव के लिए बेहद खतरनाक हो सकते हैं.
क्या कह रहे हैं साइंटिस्ट
हमारी सहयोगी वेबसाइट WION की रिपोर्ट के अनुसार, नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ लाओस और इंस्टीट्यूट पाश्चर डू लाओस के वैज्ञानिकों ने बुधवार को नेचर पत्रिका में अपने निष्कर्ष प्रकाशित किए हैं. नेचर में प्रकाशित पेपर के अनुसार, इन वैज्ञानिकों ने पाया है कि BANAL-103, BANAL-236 और BANAL-52 नाम के वायरस में SARS-CoV-2 वैश्विक महामारी का कारण बनने वाले कोरोन वायरस की जीनोमिक समानताएं हैं. नए कोरोना वायरस स्पाइक प्रोटीन के प्रमुख डोमेन में विशिष्ट समानताएं दिखाते हैं जो वायरस को कोशिकाओं को होस्ट करने में सक्षम बनाता है.
मानव कोशिकाओं में प्रवेश करने में सक्षम हैं ये कोरोना वायरस
वैज्ञानिकों द्वारा किए गए अवलोकनों ने उन्हें यह नोट करने के लिए प्रेरित किया है कि ये तीनों कोरोना वायरस SARS-CoV-2 के समान रिसेप्टर का उपयोग करके मानव कोशिकाओं में प्रवेश करने में सक्षम हैं.
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चमगादड़ से फैल रहे हैं ये तीन नए कोरोना वायरस
वैज्ञानिकों ने अपने पेपर में कहा, “चमगादड़ जलाशय में खोजे गए इन वायरसों का अस्तित्व, इस सिद्धांत का समर्थन करता है कि SARS-CoV-2 इंडोचीन प्रायद्वीप में विशाल कार्स्ट हाइलैंड्स में रहने वाले चमगादड़ों से उत्पन्न हो सकता है, जो लाओस, वियतनाम और चीन में फैला है.”
प्रमुख इंस्टीट्यूट पाश्चर मार्क एलोइट में पैथोजन डिस्कवरी प्रयोगशाला के वैज्ञानिकों ने कहा कि अन्य संबंधित वायरस मानव स्वास्थ्य के लिए जोखिम पैदा कर सकते हैं.
क्या फैलने वाली है दुनिया भर में एक नई महामारी की लहर
चमगादड़ों में नए कोरोना वायरस का पता लगाने से इस सिद्धांत को बल मिलता है कि महामारी फैलाने वाले कोरोना वायरस की उत्पत्ति जानवरों से हुई थी. तो क्या इसका मतलब यह है कि ये नए कोरोना वायरस दुनिया भर में एक नई महामारी की लहर फैलाने वाले हैं?
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