जब्त की गई मशीनों में से 272 Leposavic में मिली हैं जिससे इस क्षेत्र में क्रिप्टो माइनिंग अधिक होने का संकेत मिल रहा है। कोसोवो पुलिस के ट्विटर हैंडल पर क्रिप्टो माइनिंग को पकड़ने के लिए की गई रेड की पिक्चर्स पोस्ट की गई हैं। पुलिस की इस कार्रवाई का कोसोवो की इकोनॉमी मिनिस्टर Artane Rizvanolli ने समर्थन किया है। कोसोवो में इलेक्ट्रिसिटी की कमी के कारण पिछले महीने 60 दिन की इमरजेंसी घोषित की गई थी। इसके बाद क्रिप्टो माइनिंग एक्टिविटीज पर सख्ती की गई है। कोसोवा में अवैध तौर पर की जा रही क्रिप्टो माइनिंग में उस इलेक्ट्रिसिटी की खपत हो रही है जिसे लोगों को डिस्ट्रीब्यूट किया जाना था। कोसोवो की जनसंख्या लगभग 20 लाख है और वहां इलेक्ट्रिसिटी की खपत को पूरा करने के लिए इसका जेनरेशन पर्याप्त नहीं है।
Devdiscourse की रिपोर्ट के अनुसार, कोसोवो में कोल से चलने वाले दो पावर प्लांट हैं जिनकी इलेक्ट्रिसिटी जेनरेशन कैपेसिटी लगभग 900 MW की है। इसके अलावा डिमांड को पूरा करने के लिए 40 प्रतिशत से अधिक एनर्जी का इम्पोर्ट किया जाता है। क्रिप्टो माइनिंग एक्टिविटीज बढ़ने से कोसोवो के पावर ग्रिड्स पर लोड अधिक हो गया है।
क्रिप्टो माइनिंग एक्टिविटीज में इलेक्ट्रिसिटी की अधिक खपत से पॉल्यूशन में भी बढ़ोतरी हो रही है। चीन ने इसी कारण से पिछले वर्ष क्रिप्टो माइनिंग पर रोक लगा दी थी। ईरान ने भी हाल ही में इलेक्ट्रिसिटी की अधिक खपत के कारण क्रिप्टो माइनिंग एक्टिविटीज पर तीन महीने की रोक लगाई है। ईरान की अथॉरिटीज अवैध बिटकॉइन माइनिंग सेंटर्स पर नियंत्रण करेंगी, जो 600 मेगावॉट से अधिक इलेक्ट्रिसिटी का इस्तेमाल करते हैं। यह पहली बार नहीं है कि जब ईरान की अथॉरिटीज ने अपने पावर ग्रिड पर प्रेशर के बड़े कारण के लिए बिटकॉइन माइनिंग को जिम्मेदार बताया है। पिछले वर्ष मई में भी ईरान ने इलेक्ट्रिसिटी की कमी होने पर बिटकॉइन माइनिंग पर चार महीने की रोक लगाई थी।
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