आज हम बात करेंगे मेष राशि पर केतु गोचर का कैसा प्रभाव होगा, क्या उन्हें सकारात्मक परिणाम मिलेगा या नकारात्मक?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसा माना जा रहा है कि केतू गोचर इस राशि के लोगों को भविष्य में उनके लिए बेहतर साबित होने वाला है, और इसका परिणाम बहुत ही शुभ होगा, इसके साथ ही इस राशि के साथ को कि कार्य क्षेत्र में उतार चढ़ाव महसूस होंगे |
ऐसा माना जाता है कि जब कोई ग्रह अपनी राशि परिवर्तन करता है तो इसका सीधा प्रभाव मानव के जीवन पर पड़ता है, ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक राहु केतु को एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करने में तकरीबन डेढ़ वर्ष लग जाता है, ज्योतिष के अनुसार ऐसा माना जा रहा है कि इस वर्ष में 22 अप्रैल को कि तू वृश्चिक राशि से तुला राशि में गोचर करेगा, जिसके पश्चात वैदिक ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक केतु कुंडली में जिस भाव में स्थित होता है उस भाव के स्वामी के अनुरूप ही फल देता है, कुछ राशियों पर इसका प्रभाव नकारात्मक होता है तो वहीं कुछ राशियों पर इसका प्रभाव सकारात्मक भी होता है |
जब भी आप कहीं चीजों का नाम सुनते हैं तो आपके मन में डर और असुसीय भाव महसूस होने लगता है, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह अच्छे और बुरे दोनों प्रकार के कामों का प्रतिनिधित्व करता है, केतू कोई ग्रह नहीं है, केतु नौ ग्रहों में से एक ग्रह के रूप में स्थापित किया गया है, ऐसा माना जा रहा है कि वर्तमान समय में अंतरिक्ष में केतु मेष राशि के आय के स्थान से होकर गुजरने वाला है, ऐसे मे आपके मन मे यह सवाल होगा कि आखिर इसका संचरण कैसे होगा, तो आईये जानते है इसके बारे मे.
जानिए शुक्र के राशि परिवर्तन से किन राशियों पर होगा प्रभाव