पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए किसानों से बात की है। इसके बाद उन्होंने 8 नवंबर को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया है।
नई दिल्ली। पंजाब विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। सभी पार्टियों ने चुनाव को लेकर तैयारियां शुरू कर दी। वहीं इस बार पंजाब का चुनाव किसान आंदोलन के ईर्द-गिर्द घूम रहा है। इसी क्रम में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए किसानों से बात की है। इसके साथ ही सीएम ने कृषि कानूनों और बीएसएफ के अधिकार बढ़ाने के विषय पर 8 नवंबर को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया है।
कैप्टन बोले गुमराह कर रहे हैं सीएम चन्नी
बता दें कि पंजाब सीएम चन्नी ने हाल ही में किसान नेता बलवीर सिंह राजेवाल से कृषि कानूनों को लेकर फोन पर बात की थी और उनके सुझाव मांगे थे। इसके बाद पंजाब सीएम ने विधानसभा का सत्र बुलाया है। वहीं इस मुद्दे पर पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने चन्नी पर निशाना साधा। कैप्टन ने कहा कि पंजाब सीएम लोगों को गुमराह कर रहे हैं।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि मेरी सरकार पहले ही यह सभी काम कर चुकी है। हमने भी तीनों कृषि कानूनों को संशोधित करके राज्यपाल के पास मंजूरी के लिए भेजा था, लेकिन राज्यपाल ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। अब सीएम चन्नी भी वही सब दोहरा रहे हैं, वे किसानों की सहानुभूति लेकर पंजाब चुनाव में उसका फायदा लेना चाहते हैं।
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गौरतलब है कि कृषि कानूनों को लेकर किसानों का विरोध देखते हुए पंजाब सीएम ने कानूनों में संशोधन कर राज्यपाल के पास भेजा था। हालांकि राज्यपाल ने इन संशोधन को मंजूरी नहीं दी। बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कुछ ही दिनों पहले पंजाब सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफे के बाद मीडिया से बात करते हुए कैप्टन ने कहा कि वे पार्टी में अपमानित महसूस कर रहे थे, यही वजह है कि उन्होंने यह फैसला लिया। फिलहाल पूर्व सीएम कैप्टन पंजाब में नई पार्टी बना रहे हैं। वहीं राज्य में सरकार बनाने के लिए वह भाजपा के साथ आने को भी तैयार हैं।