कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का कहना है कि सरकार ने कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान जरूर कर दिया है, लेकिन अभी हम सरकार के इस वादे पर भरोसा नहीं कर सकते।
नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान करने के बाद से यह मुद्दा चर्चा में है। विपक्ष इसे किसानों की जीत बता रहा है और साथ ही सरकार को किसान आंदोलन से सबक लेने की सलाह भी दे रहा है। इसी बीच कृषि मंत्री के एक बयान से लोगों के मन में सरकार की मनसा पर शक पैदा कर दिया है। दरअसल, कृषि मंत्री कमलपटेल का कहना है कि कृषि कानून वापस लाए जाएंगे। इसके बाद से विपक्ष सरकार पर हमलावर है।
सरकार पर भरोसा नहीं
इस मामले पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का कहना है कि सरकार ने कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान जरूर कर दिया है, लेकिन अभी हम सरकार के इस वादे पर भरोसा नहीं कर सकते। ऐसे भाजपा सरकार ने जनता से कई वादे किए हैं, जिन्हें वो आज तक पूरा नहीं कर सकी। जब तक कृषि कानूनों को लेकर संसद में निर्णय नहीं हो जाता, तब तक इनका भरोसा नहीं किया जा सकता है।
इसके साथ ही कांग्रेस नेता ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आपने कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान तो कर दिया, लेकिन 700 किसानों की मौत की जिम्मेदारी कौन लेगा। सरकार की बातों पर लोगों को अभी भी भरोसा नहीं है, BJP के कुछ नेता कृषि कानूनों को वापस लाने की बात कह रहे हैं। जब तक संसद में निर्णय नहीं हो जाता और MSP पर कानून नहीं बन जाता, तब तक किसानों की मांगे पूरी नहीं होंगी।
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इस दौरान कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने किसान आंदोलन की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि किसानों के जज्बे और संर्घष को मेरा सलाम। जिन्होंने इस आंदोलन को गांधी के बताए रास्ते पर चलकर पूरी तरह से शांतिपूर्वक और अहिंसक तरीके से चलाया। बता दें कि इससे पहले कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी इस आंदोलन के लिए किसानों की तारीफ की थी, उन्होंने कहा कि यह सत्य और अहिंसा की जीत है।