Highlights
- यादव की टेस्ट क्रिकेट में भी जगह चली गई, जहां उन्होंने 23.85 की औसत से 26 विकेट लिए हैं
- यादव की आईपीएल फ्रेंचाइजी केकेआर ने भी आईपीएल 14 के पहले चरण में वरुण चक्रवर्ती के लिए उनको अनदेखा कर दिया था
- यादव चोट के कारण आईपीएल 14 के दूसरे चरण से बाहर होने के बाद से क्रिकेट से दूर हैं
बाएं हाथ के स्पिनर कुलदीप यादव के बचपन के कोच कपिल देव पांडे का मानना है कि जब कुलदीप बेहतरीन फॉर्म में थे तो उनको नियमित अवसर नहीं दिए गए। क्योंकि ऐसा लगता है कि वह टीम इंडिया के तत्कालीन कप्तान और कोच के पसंदीदा खिलाड़ियों में से नहीं थे, इसलिए उन्हें दरकिनार कर दिया गया है।
सिडनी में पांच विकेट लेने के बाद यादव के पिछले दो साल सघंर्ष भरे रहे हैं। 2019 में विदेशी परिस्थितियों में उस समय के तत्कालीन कोच रवि शास्त्री ने उन्हें भारत का नंबर 1 स्पिनर करार दिया था।
पिछले कुछ वर्षों में, यूपी में जन्मे स्पिनर विभिन्न कारणों से भारत के बाकी स्पिनरों की तुलना में नीचे चले गए हैं। उन्होंने भारतीय टीम प्रबंधन का विश्वास भी खो दिया है। इसलिए उनकी जगह बाएं हाथ के स्पिनर शाहबाज नदीम को अतिरिक्त खिलाड़ी के रूप में चुना गया था। लेकिन यादव को अक्टूबर 2019 से कोई भी मौका नहीं मिला है।
यादव टेस्ट क्रिकेट में अपनी जगह नहीं बना पाए हैं, जहां उन्होंने 23.85 की औसत से 26 विकेट लिए हैं। वहीं, सबसे लंबे प्रारूप में चुनावी प्रक्रिया में आर अश्विन और रवींद्र जडेजा जैसे पसंदीदा खिलाड़ियों से पीछे रह गए हैं।
इस बीच, उनके बचपन के कोच पांडे का कहना है, “अश्विन और जडेजा वास्तव में अच्छे गेंदबाज हैं, लेकिन जब कुलदीप अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे, तब भी उन्हें मौके नहीं मिले थे। मुझे लगता है कि चोट से पहले भी कुलदीप उस समय के कप्तान और कोच के मन पसंदीदा खिलाड़ियों में नहीं थे, इसलिए उन्हें दरकिनार कर दिया गया था और भारतीय टीम से भी हटा दिया गया था।
कोच ने आईएएनएस को बताया, “कुछ लोग कहते हैं कि उनका फॉर्म एक मुद्दा था लेकिन मुझे बताओ, उसे कितने मौके मिले? वह विकेट ले रहे थे। आप छह गेंदों में छह विकेट की उम्मीद नहीं कर सकते। ऐसा लगता है कि वह वास्तव में कोच और कप्तान के पसंदीद खिलाड़ी नहीं थे। यही एकमात्र कारण है जिसकी वजह से उन्हें ज्यादा मौके नहीं मिले।”
यादव की आईपीएल फ्रेंचाइजी कोलकाता नाइट राइडर्स ने भी आईपीएल 14 के पहले चरण में मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती के लिए उनकी अनदेखी की थी और बाद में केकेआर ने यादव को अगले साल होने वाली आईपीएल मेगा नीलामी के लिए उन्हें रिलीज करने का फैसला किया।
यादव चोट के कारण इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 14 के दूसरे चरण से बाहर होने के बाद से क्रिकेट से दूर हैं। लेकिन, अब वह नियमित प्रशिक्षण के लिए लौट आए हैं।
सितंबर में उनके घुटने की सर्जरी हुई थी और वह राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी बेंगलुरु में प्रशिक्षण कर रहे हैं और जल्द ही उनके फिट होने की उम्मीद है।
कपिल देव पांडे ने कहा, “मैंने उससे बात की थी, वह ठीक हो रहे हैं और मैंने उनसे भविष्य पर ध्यान केंद्रित करने और अतीत को भूलने के लिए कहा है। मुझे विश्वास है कि नए कोच और कप्तान उन्हे एक बार फिर से अपनी योग्यता साबित करने का मौका देंगे।”
भारत के साथ 2022 में 3 मैचों की वनडे सीरीज खेलेगा अफगानिस्तान
भारत, दक्षिण अफ्रीका सीरीज के लिए वनडे टीम की घोषणा करने वाला है और कुलदीप के पूरी तरह फिट होने पर टीम में जगह बनाने का अच्छा मौका है। गौरतलब है कि यादव चोट के बाद एनसीए में प्रशिक्षण ले रहे हैं और सोशल मीडिया के माध्यम से अपने प्रशंसकों को नियमित तस्वीरों और वीडियो से अपडेट कर रहे हैं।