बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने किसान आंदोलन पर पार्टी का पक्ष रखा है। उन्होंने बताया कि हम इस मुद्दे पर किसानों से बात करने के लिए हमेशा से तैयार थे, लेकिन कुछ लोग किसान आंदोलन के बहाने भाजपा की ज़मीन हिलाने की कोशिश कर रहे हैं।
नई दिल्ली। कृषि कानूनों को लेकर किसान बीते कई महीनों से राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि जब तक सरकार तीनों कानूनों को वापस नहीं ले लेती, हमारी प्रदर्शन जारी रहेगा। वहीं केंद्र सरकार इन कानूनों को रद्द न करने की जिद पर अड़ी हुई है। सरकार का कहना है कि ये कानून किसानों के हित में हैं, अन्नदाताओं को इस मुद्दे पर विपक्ष गुमराह कर रहा है।
बीजेपी की ज़मीन हिलाना आसान नहीं
ऐसे में एक कार्यक्रम के दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने किसान आंदोलन पर सरकार का पक्ष रखा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों से इस मुद्दे पर बात की है और आगे भी हम बात करने के लिए तैयार हैं। जेपी नड्डा का कहना है कि किसानों को मुद्दा बनाकर किसान आंदोलन के जरिए भाजपा को निशाना बनाने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन जो लोग ऐसा करने के बारे में सोच रहे हैं वो यह भी याद रखें कि भाजपा की ज़मीन हिलाना इतना भी आसान नहीं है।
हमने किसानों के लिए बहुत किया
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा का कहना है कि किसानों के नेता के नाम से कई राजनेताओं ने देश में पहचान बनाई है। बावजूद इसके उन्हें पावर मिलने के बाद वो किसानों को भूल जाते हैं। हमारी सरकार ने किसानों के लिए जितना किया और कर रही है उतना आज तक किसी सरकार ने नहीं सोचा, करना तो दूर की बात है।
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गौरतलब है कि कृषि कानूनों के संसद से पास होने के बाद से इसके विरोध में प्रदर्शन हो रहे हैं। इस विषय पर किसान और सरकार के बीच कई बात भी हुई, लेकिन मसले का कुछ हल नहीं निकल सका। फिलहाल मामला सुप्रीम कोर्ट में है, बावजूद इसके किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। इसको लेकर सुनवाई के दौरान कोर्ट ने नाराजगी भी जाहिर की थी। कोर्ट ने कहा जब मामला कोर्ट में है तो प्रदर्शन क्यों हो रहा है। क्या आपको कोर्ट पर भरोसा नहीं या फिर ये प्रदर्शन कोर्ट के ही खिलाफ है। मामले की अगली सुनवाई 21 अक्टूबर को होगी।