Omicron Safety Mask: भारत में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के मामले बहुत तेजी से फैल रहे हैं. ओमिक्रोन के हल्के लक्षण और लोगों की लापरवाही के वजह से संक्रमितों की संख्या रोजाना बढ़ रही है. डॉक्टर्स लोगों से कोविड प्रोटोकॉल के नियमों का पालन करने की अपील कर रहे हैं. अगर आप ठीक तरीके से मास्क पहनते हैं, हाथों को साबुन से धोते हैं और सेनेटाइज करते हैं, लोगों से दूरी बनाकर रहते हैं तो आपके संक्रमित होने की संभावना काफी कम हो जाती है. कोरोना वायरस से दूर रहने के लिए नाक और मुंह को अच्छी तरह से ढक कर रखें. वैज्ञानिकों का कहना है कि ज्यादातर लोग कपड़े से बने मास्क का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन ये मास्क आपको वायरस से बचाने में पूरी तरह से सक्षम नहीं है. कोरोनावायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से भी आप सिंगल लेयर कपड़े के मास्क से नहीं बच सकते. इसके लिए आपको कपड़े के मास्क के साथ सर्जिकल मास्क या ज्यादा प्रभावी रेस्पिरेटर मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए.
15 मिनट में संक्रमित कर सकता है कपड़े का मास्क
सीडीसी के मुताबिक, अगर कोई बिना मास्क वाल संक्रमित व्यक्ति कपड़े का मास्क पहने व्यक्ति के संपर्क में आता है तो वो सिर्फ 15 मिनट में कोरोना संक्रमित हो सकता है. अगर दोनों लोगों ने कपड़े का मास्क पहने हैं, तो इनफेक्शन होने में 27 मिनट लग सकते हैं. दोनों लोगों ने सर्जिकल मास्क पहने हैं तो संक्रमण फैलने में 30 मिनट लग सकते हैं. लेकिन अगर दोनों ने N95 मास्क पहने हैं 2.30 घंटे तक आप सुरक्षित रह सकते हैं.
कपड़े के मास्क के नीचे डिस्पोजल मास्क जरूर पहनें
अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (Centre for Disease Control and Prevention) की तरफ से जो नई गाइडलाइन्स जारी की गई है. उसमें 2 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को पब्लिक प्लेस पर नहीं जाने की सलाह दी गई है. खासतौर से जिन लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाई है. घर से बाहर निकलने पर मास्क जरूर पहनें. CDC ने कहा है कि ‘अगर आप कपड़े का मास्क पहन रहे हैं तो इसके नीचे एक डिस्पोजेबल मास्क जरूर पहनें. दोबारा उपयोग में आने वाले मास्क को रोज धोना चाहिए और डिस्पोजल मास्क को एक बार इस्तेमाल के बाद फेंक देना चाहिए.
ओमिक्रॉन से बचा सकता है N95 मास्क?
किसी भी वायरस को रोकने के लिए N95 मास्क कपड़े के मास्क और सर्जिकल मास्क से ज्यादा कारगार है. इसमें कई लेयर वाले फिल्टर होते हैं और इसकी फिटिंग भी अच्छी होती है. N95 मास्क 95 प्रतिशत तक दूषित कणों से बचा सकता है. इनमें लीकेज की संभावना भी बहुत कम होती है. इसका ट्रिपल लेयर प्रोटेक्शन प्रदूषण और किसी भी वायरस को दूर रहता है.
N-95 मास्क हवा को भी फिल्टर करता है
हेल्द एक्सपर्ट का कहना है कि कोरोना वायरस जब फैलता है तो कमजोर इम्यूनिटी वाले व्यक्ति किसी संक्रमित द्वारा पैदा होने वाले ऐरोसोल को अंदर लेते हैं. ये ऐरोसॉल एक बंद जगह में तेजी से दूर तक फैल सकते हैं, लेकिन अगर आपने N95 जैसा हाई फिल्ट्रेशन मास्क पहना है तो ये वायरस को फिल्टर कर देता है. इससे आप संक्रमित व्यक्ति के आसपास दूसरे लोगों को भी सुरक्षित रख सकते हैं.
N-95 मास्क सर्जिकल और कपड़े के मास्क से ज्यादा प्रभावी
एक रिसर्च में कहा गया है कि N95 मास्क कपड़े की मास्क की तुलना में 7 गुना और सर्जिकल मास्क की तुलना में 5 गुना ज्यादा असरदार होता है. हालांकि लंबे समय तक N95 मास्क पहनने से कई तरह की परेशानी होने लगती हैं.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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