Reuters की रिपोर्ट के अनुसार, कजाकस्तान में बुधवार को इंटरनेट बंद किया गया था। मॉनिटरिंग साइट Netblocks ने इसे “देश भर में इंटरनेट ब्लैकआउट” कहा था। इससे कजाकस्तान के क्रिप्टो माइनर्स को बिटकॉइन नेटवर्क एक्सेस करने में मुश्किल हुई थी। कैम्ब्रिज सेंटर फॉर ऑल्टरनेटिव फाइनेंस के अनुसार, कजाकस्तान पिछले वर्ष अमेरिका के बाद बिटकॉइन माइनिंग का दूसरा सबसे बड़ा सेंटर बन गया था। चीन के बिटकॉइन माइनिंग पर सख्ती करने से कजाकस्तान में इसकी माइनिंग बढ़ी है।
बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरंसीज को हाई पावर वाले कंप्यूटर्स पर माइन या क्रिएट किया जाता है। ये माइनिंग दुनिया के विभिन्न हिस्सों में डेटा सेंटर्स पर होती है। ये डेटा सेंटर्स जटिल मैथमैटिकल इक्वेशंस को सॉल्व करे के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं। इस प्रोसेस में इलेक्ट्रिसिटी की काफी खपत होती है। बिटकॉइन की माइनिंग पर असर पड़ने के बावजूद गुरुवार को बिटकॉइन के प्राइस में काफी गिरावट आई थी और यह 43,000 डॉलर से नीचे चला गया था। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के इंटरेस्ट रेट बढ़ाने का संकेत देने के बाद इनवेस्टर्स ने अधिक जोखिम वाले एसेट्स में बिकवाली की है। इसका असर बिटकॉइन सहित क्रिप्टोकरंसीज पर पड़ा है।
कजाकस्तान के क्रिप्टो माइनिंग सेंटर्स में भी इलेक्ट्रिसिटी की काफी खपत होती है। कजाकस्तान में इलेक्ट्रिसिटी जेनरेशन के लिए कोल से चलने वाले प्लांट्स का इस्तेमाल होता है। यह पॉल्यूशन का एक बड़ा कारण है। कजाकस्तान सरकार ने पिछले वर्ष कहा था कि वह बिना रजिस्ट्रेशन वाले क्रिप्टो माइनर्स पर सख्ती करने की तैयारी कर रही है। रजिस्टर्ड माइनर्स की तुलना में इनके इलेक्ट्रिसिटी की लगभग दोगुनी खपत करने का अनुमान है। कजाकस्तान की एनर्जी मिनिस्ट्री ने पिछले वर्ष बताया था कि बिना रजिस्ट्रेशन वाले माइनर्स 1.2 GWt तक इलेक्ट्रिसिटी की खपत कर रहे हैं। इसके अलावा रजिस्टर्ड माइनर्स की खपत लगभग 600 MWt की है। कजाकस्तान में इलेक्ट्रिसिटी की कुल जेनरेशन कैपेसिटी की लगभग 8 प्रतिशत खपत क्रिप्टो माइनिंग के लिए हो रही है। यूरोपीय देश कोसोवो ने इलेक्ट्रिसिटी की अधिक खपत के कारण क्रिप्टो माइनिंग पर रोक लगाई है। कुछ अन्य देशों में भी क्रिप्टो माइनिंग के कारण इलेक्ट्रिसिटी की कमी हो रही है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।