नई दिल्ली. फिटनेस की सनके चलते घंटों जिम में पसीना बहाने वाले या रोजाना हेवी एक्सरसाइज करने वाले, मोटापे को कम करने के लिए लंच या डिनर स्किप करने वाले, व्यस्त दिनचर्या के कारण रोजाना समय पर खाना न खा पाने वाले लोगों को सावधान होने की जरूरत है. उनकी ये आदत जानलेवा हो सकती है और इसकी वजह हो सकती है खून में शर्करा की कमी यानि लो ब्लड शुगर (Low Blood Sugar) लेवल. स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो सिर्फ बढ़ा हुआ शुगर यानि डायबिटीज (Diabetes) ही बीमारियों का कारण नहीं है बल्कि लो ब्लड शुगर और भी खतरनाक है. अगर समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो लो ब्लड शुगर की स्थिति में लाइफस्टाइल डिसऑर्डर के साथ ही व्यक्ति के कोमा में जाने से लेकर उसकी मौत भी हो सकती है.
दिल्ली सफदरजंग अस्पताल के एंडोक्रायनोलॉजी विभाग में हेड ऑफ द डिपार्टमेंट प्रोफेसर कृष्णा विश्वास बताती हैं कि ओपीडी में अधिकांश मरीज डायबिटीज के आते हैं जो नियमित इलाज लेते हैं या फिर पहली बार आते हैं. लो ब्लड शुगर के मरीज आमतौर पर अस्पताल की इमरजेंसी में आते हैं. कई बार होता है कि इन मरीजों की जुबान और पैर लड़खड़ा चुके होते हैं या फिर उन्हें दौरा पड़ा होता है. अगर इन्हें पहले से डायबिटीज नहीं होती है तो जांच में पता चलता है कि इनका ब्लड शुगर लेवल काफी नीचे चला गया होता है और इसी की वजह से इन्हें दौरा पड़ा है. इनमें बुजुर्गों से लेकर युवा भी शामिल होते हैं. लो ब्लड शुगर की बीमारी को हाइपोग्लाइसीमिया भी कहते हैं. यह एक इमरजेंसी कंडीशन है लेकिन इसका परिणाम काफी खतरनाक भी हो सकता है.
डॉ. कृष्णा कहती हैं कि लो ब्लड शुगर की समस्या हाई शुगर यानि डायबिटीज के सभी मरीजों में होने की संभावना तो होती ही है, वहीं सामान्य लोगों को भी ये समस्या हो सकती है. डायबिटीज के मरीज कहीं न कहीं जागरुक होते हैं, इलाज ले रहे होते हैं तो उन्हें बीमारी का अंदाजा हो जाता है और वे दवाएं लेते रहते हैं लेकिन सामान्य लोगों को ब्लड शुगर लो होने का अंदाजा तब नहीं होता जब तक कि वे गंभीर रूप से बीमार होकर अस्पताल न पहुंच जाएं. सामान्य लोगों में लो ब्लड शुगर की समस्या लंबे समय से शरीर के साथ किए जा रहे प्रतिकूल बर्ताव के बाद शुरू होती है. जैसे कि खाना स्किप करने की आदत का होना, जल्दी फिट बॉडी पाने के चक्कर में जरूरत से ज्यादा शारीरिक कसरत करना, सही अनुपात में कार्बोहाइड्रेट, मिनरल्स, विटामिन्स आदि पोषक तत्वों को न लेना, चुनिंदा खाना खाना आदि.
ये हैं ब्लड शुगर स्तर कम होने के लक्षण
. ब्लड शुगर लो होने पर मरीज को सिरदर्द, नजर धुंधली होना, चक्कर आना, कांपना, चिड़चिड़ाना या दिल की धड़कन का तेज होना आम है.
. ब्लड में शुगर घटने पर व्यक्ति कंन्फ्यूज होने लगता है, बात करने या किसी चीज को पहचानने में भ्रम महसूस कर सकता है.
. मरीज को तेज पसीना आ सकता है, पैर और जीभ लड़खड़ा सकती है. एकदम से शरीर शिथिल हो सकता है. त्वचा का रंग पीला पड़ सकता है. वह गिर सकता है. उसे अचानक तेज कमजोरी महसूस हो सकती है.
.परेशानी बढ़ने पर मरीज को दौरा पड़ सकता है.
. ब्लड शुगर लो होने पर समय पर इलाज न मिलने की स्थिति में मरीज कोमा में जा सकता है या फिर उसकी मौत भी हो सकती है.
फिटनेस फ्रीक या खाना स्किप करने वालों को लो ब्लड शुगर की संभावना ज्यादा
डॉ. कृष्णा कहती हैं कि लो ब्लड शुगर की सबसे बड़ी वजह खाने के प्रति लापरवाही बरतना है. जिम जाने वाले फिटनेस के प्रति सनकी युवा ट्रेनर की सलाह पर प्रोटीन, विटामिन तो लेते हैं लेकिन कार्बोहाइड्रेट पूरी तरह छोड़ देते हैं. अगर यही चीज लंबे समय तक चलती है तो यह ब्लड शुगर के स्तर को कम करती है. ऐसे में शरीर मजबूत होने के बजाय कमजोर होता जाता है और बीमारियों से घिर जाता है. इसके अलावा मोटापे को कम करने, सही फिगर पाने के लिए सिर्फ लड़के ही नहीं लड़कियां और महिलाएं भोजन की मात्रा घटा देती हैं या फिर ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर में से एक या दो चीजें स्किप कर देती हैं. कुछ लोग सुबह से शाम तक भूखे रहते हैं और एक ही वक्त भोजन करते हैं या फिर हफ्ते में लगातार कई दिन तक व्रत रखना भी नुकसानदेह होता है. इसके अलावा भागदौड़ के चलते भी लोग अक्सर लोग मील स्किप कर देते हैं. इन चीजों से यह बीमारी जन्म ले सकती है.
फिटनेस फ्रीक या खाना स्किप करने वालों को लो ब्लड शुगर की संभावना ज्यादा
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |