The guardian के मुताबिक, EVC के चीफ एग्जीक्यूटिव, बेहयाद जाफरी ने कहा कि सेल्स के ये आंकड़े एक ऐसे मार्केट में मील का पत्थर हैं, जहां सरकार से मिल रहे संकेतों की वजह से EV की सेल कई साल से कम है।
जाफरी ने कहा, ‘हम कई साल से 1 फीसदी सेल तक पहुंचने का इंतजार कर रहे थे। इसे छोड़कर सीधे 2 फीसदी पर पहुंच जाना बड़ी बात है।’ उन्होंने कहा कि EV की सेल में इस बढ़ोतरी की वजह अलग-अलग राज्यों द्वारा शुरू की गई पॉलिसीज को माना जा सकता है। गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया में EV खरीदने पर स्टांप ड्यूटी में छूट और दूसरे फायदे ऑफर किए जा रहे हैं।
इन अच्छे नंबर्स के बाद भी बेहयाद जाफरी का कहना है कि अभी भी बहुत कुछ किया जा सकता है अगर सरकार सपोर्ट करे। 2.39% मार्केट कवर करने के बाद भी ऑस्ट्रेलिया में इलेक्ट्रिक गाड़ियों की सेल बाकी देशों से पीछे है। उदाहरण के लिए, Schmidt ऑटोमोटिव रिसर्च के आंकड़ों के मुताबिक, वेस्टर्न यूरोप में इलेक्ट्रिक वीकल्स का मार्केट 11.2% फीसदी है। हालांकि अमेरिका में यह 3 फीसदी ही है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के मुकाबले ज्यादा है।
दूसरी ओर, अमेरिका और दूसरे देशों में EV की डिमांड इस साल बढ़ने की उम्मीद है। ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई कंपनियां भी वहां मौके तलाश रही हैं। ब्रिस्बेन बेस्ड कंपनी, ट्रिटियम’ आने वाले हफ्तों में अपनी नई अमेरिकी फैक्ट्री की घोषणा कर सकती है। इसके सितंबर तक शुरू होने की योजना है। कंपनी खुद को फास्ट चार्जिंग सिस्टम के दुनिया के सबसे बड़े मैन्युफैक्चरर्स में से एक बनाने के लिए काम कर रही है।