पूर्व सलामी बल्लेबाज और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के मौजूदा कोच जस्टिन लैंगर को पूर्व तेज गेंदबाज और कप्तान राइली थॉम्पसन के साथ ‘ऑस्ट्रेलियन हॉल ऑफ फेम’ में शामिल किया गया है। ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम में लैंगर ने बतौर सलामी बल्लेबाज अहम योगदान दिया। उन्होंने अपने टेस्ट करियर में 105 मैच खेलते हुए 45.27 की औसत से 7696 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से 23 शतक और 30 अर्धशतक निकले।
लैंगर मई 2018 में ऑस्ट्रेलियाई टीम के कोच बने थे। ये वो वक्त था जब साउथ अफ्रीका में बॉल टेम्परिंग के चलते ऑस्ट्रेलियन टीम को क्रिकेट जगत में शर्मसार होना पड़ा था। उन्होंने डेरेन लेहमैन के उत्तराधिकारी के रुप में कोचिंग की जिम्मेदारी संभाली।
लैंगर की कोचिंग में ऑस्ट्रेलिया ने न केवल 2019 का 50 ओवर वर्ल्ड कप अपने नाम किया बल्कि पिछले साल UAE में खेले गए T20 वर्ल्ड कप जीतने में भी कामयाबी हासिल की। हाल ही में सम्पन्न हुई एशेज सीरीज में भी मेजबान ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 4-0 से धूल चटाई।
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर्स एसोसिएशन के सीईओ और हॉल ऑफ फेम के चयन पैनल के सदस्य टॉड ग्रीनबर्ग ने लैंगर के खेल करियर और उनकी हालिया उपलब्धियों से परे खेल पर उनके प्रभाव के बारे में बात की। इसके अलावा चयन समिति ने राइली थॉम्पसन के प्रयासों को भी मान्यता दी, जिनकी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने 1985 में घर पर एशेज जीतने के साथ ही 30 साल के लंबे अंतराल को समाप्त किया।
थॉम्पसन ने 1972 और 1985 के बीच 13 सालों में 16 टेस्ट और 23 वनडे मैच खेलते हुए ऑस्ट्रेलिया की महिला क्रिकेट टीम को एक नई दिशा दिखाई। थॉम्पसन के नाम 39 साल और 175 दिनों की उम्र में टेस्ट में पहला 5 विकेट हॉल लेने का रिकॉर्ड दर्ज है। महिला और पुरुष क्रिकेट में ऐसा करने वाली वह सबसे उम्रदराज खिलाड़ी हैं।