नई दिल्ली : हाल ही में शोधकर्ताओं ने कोविड 19 से होने वाले बीमारी का इलाज खोज लिया है. शोधकर्ताओं ने एक ऐसे यौगिक की पहचान की है जो लैब और जानवरों में Covid 19 संक्रमण के लक्षणों को कम करने की क्षमता रखता है. जानें, क्या है ये यौगिक.
किसने की रिसर्च
‘यूएस डिपार्टमेंट ऑफ एनर्जीज पैसिफिक नॉर्थवेस्ट नेशनल लेबोरेटरी (पीएनएनएल) और यूनिवर्सिटी ऑफ नॉर्थ कैरोलिना (यूएनसी) की एक टीम ने उस वायरस का पर शोध किया जो कोरोना वायरस के कारण मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (एमईआरएस) का कारण बनता है. आमतौर पर एमईआरएस के मामले कम सामने आते हैं लेकिन कोविड-19 के कारण ये स्थिति बहुत अधिक घातक और गंभीर हो सकती है.
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कैसे की गई रिसर्च
‘एमबायो’ में प्रकाशित शोध ने प्रोटीन, न्यूक्लर मैसेंजर और संक्रमण के बाद होने वाले अन्य संकेतों की प्रयोगशाला में हजारों मापों का विश्लेषण किया.
शोधकर्ताओं ने एक एटॉमिक प्रक्रिया पर ध्यान केंद्रित किया जो शरीर की गुणवत्ता-नियंत्रण मशीनरी का हिस्सा है और जो कोरोना वायरस संक्रमण से नुकसान पहुंचाने में केंद्रीय भूमिका निभाता है. इसके बाद उन्होंने यौगिकों के एक विशाल डेटाबेस की खोज की और एक की पहचान एएमजी पीईआरके 44 के रूप में की जिसने लैब में इंसानी टिश्यूज में वायरस की बढ़त को रोक दिया.
क्या कहते हैं शोधकर्ता
शोधकर्ताओं के अनुसार, टीम ने यह भी पाया कि वायरस से संक्रमित चूहों में यौगिक का मजबूत प्रभाव पड़ता है. उनके अनुसार यौगिक ने फेफड़ों के कार्य को बढ़ावा दिया और चूहों में फेफड़ों की क्षति और वजन कम होने को कम किया, विशेष रूप से नर चूहों में.
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