US पेटेंट एंड ट्रेडमार्क ऑफिस ने ऐपल को एक नए पेटेंट की मंजूरी दी है। माना जाता है कि यह कंपनी की अपकमिंग इलेक्ट्रिक कार के लिए सनरूफ टेक्नॉलजी होगी। अभी तक यह तो कन्फर्म नहीं हुआ है कि यह तकनीक कार में इस्तेमाल होगी, लेकिन इसे सच ही माना जाना चाहिए। इसकी वजह यह है कि सनरूप टेक्नॉलजी आईफोन, आईपैड या मैक में इस्तेमाल नहीं होती है। इसे कार में ही इस्तेमाल होना चाहिए।
डॉक्युमेंट में एक कार की छत जैसी इमेज भी दिखाई देती है। कुछ और डायग्राम भी सनरूफ को दिखाते हैं। कुछ तस्वीरों के इसके मैकेनिज्म को बताया गया है।
पेटेंट ऐप्लिकेशन का मजमून यह है कि यह कार के लिए ही फाइल किया गया था। पेटेंट एक ऐसे ग्लास का भी खुलासा करता है, जिसके मुताबिक कार की छत की ट्रांसपैरेंसी को यूजर अपने हिसाब से एडजस्ट कर सकेगा।
बीते दिनों एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि ऐपल कार साल 2025 तक हकीकत बन सकती है। ब्लूमबर्ग की इस रिपोर्ट में सोर्सेज के हवाले से कहा गया था कि ऐपल की आने वाली कार एक इलेक्ट्रिक वीकल होगी, जो पूरी तरह से ऑटोनॉमस सेल्फ-ड्राइविंग फीचर से लैस होगी। साल 2025 में यह डेब्यू करेगी। रिपोर्ट में बताया गया था कि ऐपल कार प्रोजेक्ट को केविन लिंच हेड कर रहे हैं और इसका नाम- प्रोजेक्ट टाइटन कहा जाता है। दावा है कि इस कार में ना तो पैडल होंगे और ना ही स्टीयरिंग। इस तरह से यह पूरी तरह ऑटोमेटेड सेल्फ-ड्राइविंग कार होगी।
लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।