नई दिल्ली. भारत और वेस्टइंडीज (India vs West Indies) के बीच किंगस्टन में खेला गया एक टेस्ट मैच तत्कालीन भारतीय कप्तान के लिए आखिरी मैच साबित हुआ. इस मैच के बाद वो कभी भारत के लिए नहीं खेल पाए. भारतीय टीम के मजबूत सलामी बल्लेबाज का करियर देखते ही देखते खत्म हो गया. बात हो रही हैं नरी कॉन्ट्रैक्टर (nari contractor) की, जो आज यानी 7 मार्च को अपना 88वां जन्मदिन मना रहे हैं. उन्हें एक ऐसा बदकिस्मत भारतीय सितारा कहा जाता है, जिनके पास टैलेंट भी था, मौका भी मिला, मगर किस्मत ने धोखा दे दिया. एक गेंद ने टीम इंडिया के लिए उनके दरवाजे हमेशा के लिए बंद कर दिए.
1934 में जन्में कॉन्ट्रैक्टर की अगुआई में टीम इंडिया 1961-1962 में वेस्टइंडीज दौरे पर गई. जो भारतीय कप्तान का आखिरी दौरा साबित हुआ. किंगस्टन में खेले गए सीरीज के दूसरे मैच में उनके सिर पर वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज चार्ली ग्रिफित की बाउंसर लग गई.
कैरेबियाई कप्तान ने भी दिया था खून
इसके बाद जो हुआ, उसने उनके करियर को बर्बाद कर दिया. कई घंटों तक उनकी जिंदगी खतरे में रही. उनका काफी खून बह गया था. भारतीय खिलाड़ियों के अलावा कैरेबियाई कप्तान फ्रेंक वॉरेल ने भी उन्हें अपना खून दिया.
सुनील गावस्कर को बधाई देने के लिए मैदान में घुस गई भीड़, रोकना पड़ा था मुकाबला, जानें पूरा मामला
वो 6 दिन पर बेहोश रहे. जिंदगी तो उनकी बच गई, मगर पूरी तरह होश में आने के बाद उनका सब कुछ लगभग खत्म हो गया था. इस हादसे के बाद कॉन्ट्रैक्टर के लिए टीम इंडिया के दरवाजे तो बंद हो गए, मगर 2 साल के भीतर ही उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में वापसी कर ली. उनका इंटरनेशनल करियर 31 टेस्ट मैचों का रहा, जिसमें उन्होंने 1611 रन बनाए. उन्होंने गुजरात की तरफ से खेलते हुए अपने पहले ही मैच में बड़ौदा के खिलाफ दोनों पारियों में शतक जड़ा था.
यूपी विधानसभा चुनाव 2022, ब्रेकिंग हिंदी न्यूज़, लाइव न्यूज अपडेट सबसे पहले News18 India पर। आज की ताजा खबरें, विश्लेषण, पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की खबरें पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी पर |
Tags: On This Day, Team india