आज हर किसी के हाथ में मोबाइल है और उसके साथ ईयरफोन भी। कान में ईयरलिड या हैडफोन लगाने के आदी आप भी हैं तो ये खबर आपके लिए ही है। आपकी ये आदत आपको भले पंसद हो, लेकिन आपके कानों को ये गंभीर रूप से बीमार बनाती है। लंबे समय तक कान में हैडफाेन लगाने से इंफेक्शन से लेकर बहरेपन तक का खतरा पैदा होता है।
Published: March 11, 2022 03:59:49 pm
बाइक पर या मेट्रों में समय काटने के लिए अगर आप ईयरफोन लगाए रहते हैं तो आपको अपनी इस आदत को जल्दी से जल्दी बदल देना चाहिए। ऑनलाइन क्लास के चलते ईयरफोन या हैडफोन लगाने का चलन बहुत तेजी स बढ़ा है। लेकिन स्वास्थ्य के लिए ये आदत बेहद खतरनाक साबित हो रही है। हैडफोन लगाने से कान की सुनने की क्षमता बहुत तेजी से प्रभावित होती है। वहीं, कान में संक्रमण और पर्दे खराब होने तक का खतरा बना रहता है।
ऑनलाइन गेम खेलने, म्यूजिक और फिल्म देखने के लिए धड़ल्ले से बच्चे भी अब ईयरफोन का इस्तेमाल करने लगे हैं, लेकिन इस आदत के चलते पिछले कई सालों से कान से जुड़ी समस्याएं भी बढ़ती जा रही हैं। कुछ समय के लिए तो ठीक है, लेकिन अधिक समय तक या रोज इसका यूज कानों पर बुरा असर डालता है। ईयरफोन से आने वाली आवाज ईयरड्रम से करीब से टकराती है और इससे ईयरड्रम को स्थायी नुकसान हो सकता है। इसलिए अगर आपके ईयरफोन या हेडफोन ज्यादातर समय आपके ईयरलोब में प्लग करके बिताते हैं, तो तो अपनी आदत बदल लें क्योंकि इसके नुकसान की भरपाई नहीं हो सकती।
जानिए ईयरफोन या हैडफोन से होने वाले नुकसान
कान में दर्द- लंबे समय तक हेडफोन या ईयरफोन का यूज करने से कानों में दर्द होना शुरू हो जाता है। पहले ये दर्द हल्का होता है, लेकिन लंबे सयम बाद ये दर्द तेज और कान में भारीपन ला देता है। कानों के अंदर आवाज गूंजने लगती है।
दिमाग पर असर– सुनकर भले ही अजीब लगे लेकिन ये सच है कि आपके हेडफोन की आदत आपके दिमाग पर असर डालती है। ईयफोन से निकलने वाली इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव्स दिमाग पर बहुत बुरा असर डालती है। इससे आवाज आने का भ्रम होने लगता है।
बहरापन- ईयरफोन और हेडफोन को बहुत ज्यादा देर तक प्लग इन रहने से काना की नसों पर दबाव पड़ने लगता है। इससे कई बार नसे फूल जाती है और कान में पस जमने लगता है। कई स्थितियों में कान के पर्दे तक संक्रमण पहुंच जाता है। कान की हर समस्या का अंत सुनने की क्षमता पर जा कर खत्म होता है। कंपन के कारण हेयरिंग सेल्स अपनी संवेदनशीलता खो देती हैं, जिससे व्यक्ति को कम या फिर बिल्कुल सुनाई नहीं देता। इसका इलाज भी नहीं होता है।
चक्कर आना- चाहे आप म्यूजिक सुनते हों या ईयरफोन लगाकर बात करते हों, इसका यूज लिमिट में ही करें। इसकी तेज आवाज से ईयर कैनल में दबाव पड़ता है। जिससे आपको चक्कर महसूस हो सकते हैं।
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