एक न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट कहती है कि दिसंबर 2020 से अप्रैल 2021 के बीच बिटकॉइन की कीमत में तीन गुना से अधिक बढ़ोतरी हुई और यह अपने ऑल-टाइम हाई, यानी $60,000 (लगभग 44,55,079 रुपये) के मार्क पर पहुंचा, लेकिन इसके बाद Bitcoin ने नए साल में $50,000 (लगभग 37,12,584 रुपये) के नीचे कारोबार किया और साल के अंतिम दिन तक यह क्रिप्टोकरेंसी इसी मार्के के आसपास भटक रही है।
क्रिप्टोकरेंसी इन्वेस्टमेंट फंड ARK36 के कार्यकारी निदेशक, लुकस लागौडिस (Loukas Lagoudis) ने कहा, “मौजूदा अस्थाई व दिशाहीन कीमत और दबाव की उम्मीद के चलते और ज्यादा नीचे गिरने की संभावना ने डिजिटल एसेट मार्केट में बहुत अनिश्चितता पैदा की है।”
इसके आगे उन्होंने यह भी कहा कि “फिर भी 2022 के दौरान बड़े निवेशकों द्वारा डिज़िटल एसेट को निरंतर अपनाने और फाइनेंशियल सिस्टम में उनका आगे एकीकरण क्रिप्टो स्पेस के विकास के मुख्य चालक होंगे।”
2021 में बिटकॉइन की इस परफॉर्मेंस का एक बड़ा कारण वॉल स्ट्रीट की क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बढ़ती भूख है। अप्रैल में इस कॉइन के रिकॉर्ड हाई के पीछे क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज Coinbase का शेयर बाजार में दाखिल होना सबसे बड़ा कारण था।
न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में Bitcoin फ्यूचर्स एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ETF) के लॉन्च के बाद ही अक्टूबर में Bitcoin ने $66,000 (लगभग 49,00,020 रुपये) का पीक हासिल किया था।
इसके अलावा, कुछ एक्सपर्ट्स के अनुसार, बिटकॉइन के 2022 में प्रवेश करने पर प्रतिस्पर्धा बढ़ने का खतरा है, विशेष रूप से अपने सबसे नज़दीकी प्रतिद्वंद्वी Ethereum के साथ।
नवंबर में, ट्विटर के सह-संस्थापक और सीईओ जैक डोर्सी (Jack Dorsey) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को अलविदा कर दिया था, और इसके बाद उन्होंने अपना पूरा फोकस अपनी डिज़िटल पेमेंट फर्म पर लगा दिया है, जिससे वह क्रिप्टोकरेंसी का और विस्तार कर सके।
CoinGecko के अनुसार, क्रिप्टोकरेंसी मार्केट का कुल मार्केट कैप $2.36 ट्रिलियन (लगभग 1,72,26,737 करोड़ रुपये) है, जिसमें बिटकॉइन का कुल मूल्य $900 बिलियन (लगभग 66,804,75 करोड़ रुपये) है। वर्तमान में इस मार्केट को Bitcoin ही लीड कर रहा है।