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oi-Sagar Bhardwaj
नई दिल्ली, 19 जनवरी। अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) ने कहा है कि आने वाले वर्षों में दुनिया के अधिकांश हिस्सों के लिए महामारी से पूर्व जैसा कारोबार दूर की कौड़ी लगता है। आईएलओ ने एक रिपोर्ट जारी कर कहा है कि कोरोना महामारी के कारण इस साल 5 करोड़ 20 लाख नौकरियां कम निकलेंगी, जबकि 2 करोड़ से ज्यादा लोग इस साल बेरोजगार हो जाएंगे। वर्ल्ड इकोनॉमिक एंड सोशल आउटलुक-ट्रेंड्स 2022 (World Economic and Social Outlook – Trends 2022) नामक शीर्षक की अपनी रिपोर्ट में आईएलओ ने कहा कि इस साल वैश्विक स्तर पर काम के घंटे महामारी के पहले के दौर के काम के स्तर से 2 प्रतिशत कम रहेंगे, जो कि 5 करोड़ 20 लाख पूर्णकालिक नौकरियों में कमी के बराबर है। रिपोर्ट के मुताबिक 2022 में वैश्विक बेरोजगारी 207 मिलियन तक पहुंच जाएगी, जो 2019 के स्तर से लगभग 21 मिलियन अधिक है। रिपोर्ट में इसके लिए कोरोना वायरस महामारी और तेजी से बढ़ते ओमिक्रॉन के मामलों को जिम्मेदार ठहराया गया है।
आईएलओ ने कहा कि हालांकि यह आंकड़ा साल 2021 के आंकड़े से फिर भी बेहतर है क्योंकि 2021 में 12 करोड़ 50 लाख नौकरियों में कमी का अनुमान लगाया गया था। आईएलओ ने काम के घंटों में कमी के आधार पर रोजगार में कमी की गणना की है। आईएलओ ने कहा कि दुनिया का लगभग हर देश इस समय आर्थिक, सामाजिक और वित्तीय घाटा झेल रहा है, और इस घाटे की भरपाई करने में कई वर्षों का समय लग सकता है। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि अमीर देश इस स्थिति से जल्दी उबर जाएंगे, लेकिन निम्न आय वाले देशों पर इसका असर लंबे वक्त तक देखने को मिलेगा। रिपोर्ट के मुताबिक लैटिन अमेरिका, कैरेबियन और दक्षिण पूर्व एशिया को इस स्थिति की वजह से लंबे समय तक आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है।
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गरीब देशों को उबरने में लग सकते हैं कई साल
रिपोर्ट में आगे कहा गया कि विकासशील देश जो श्रम-प्रधान वस्तुओं या वस्तुओं के निर्यात पर निर्भर हैं, निर्यात में भारी कमी आने की वजह से संघर्ष कर रहे हैं। इसके अलावा पर्यटन पर निर्भर देश सीमाएं बंद होने के कारण भारी आर्थिक संकट का सामना कर रही हैं। रिपोर्ट के मुताबिक नौकरी जाने की वजह से 2020 में 3 करोड़ युवाओं की आर्थिक स्थिति बदहाल हो गई, इसके अलावा वैश्विक बाजारों में मंदी की वजह से लोगों की आमदनी भी कम हो गई है।
English summary
More than 5 crore jobs will be reduced this year, 20 million people will be unemployed – International Labor Organization