बीमारी के मारे, ये सितारे/सुरेंद्र अग्रवाल: बीसीसीआई और विराट कोहली को लेकर चल रहे विवाद में सौरव गांगुली के बारे में भी काफी बातें हो रही हैं. इसी कड़ी में हम आपको उस चीज के बारे में बता रहे हैं, जिसके कारण सौरव गांगुली को इस साल जनवरी में माइल्ड हार्ट अटैक आया था. दरअसल, सौरव गांगुली को आए माइल्ड हार्ट अटैक के पीछे ट्रिपल वेसल डिजीज (Triple Vessel Disease) की समस्या थी. आइए इस बीमारी के बारे में जानते हैं.
Triple Vessel Disease: क्या है ट्रिपल वेसल डिजीज?
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, दिल तक खून पहुंचाने का कार्य मुख्य रूप से 3 वेसल यानी धमनियां करती हैं. आमतौर पर, इनमें से किसी एक रक्त धमनी में रुकावट यानी ब्लॉकेज आने पर हार्ट अटैक आता है. लेकिन, जब यह तीनों धमनियां ब्लॉक होने के कारण हार्ट अटैक आता है, तो ट्रिपल वेसल डिजीज कहा जाता है. जो कि हार्ट अटैक का गंभीर रूप है. इसका इलाज करने के लिए डॉक्टर एंजियोप्लास्टी का तरीका अपनाते हैं, जिसमें रक्त धमनियों की ब्लॉकेज खोली जाती है.
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क्या है ट्रिपल वेसल डिजीज के लक्षण?
ट्रिपल वेसल डिजीज के लक्षण भी हार्ट अटैक की तरह ही होते हैं. जो कि हेल्थलाइन के मुताबिक इस प्रकार हैं. जैसे-
- सीने में दर्द होना
- सांस फूलने की दिक्कत
- हाथ, कंधे या गर्दन में दर्द होना
- पसीना आना
- जी मिचलाना
- सिर घूमना या चक्कर आना
- अत्यधिक थकान आना
- सांस लेने में समस्या
- शरीर के ऊपरी हिस्से में दर्द होना, आदि
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ट्रिपल वेसल डिजीज या हार्ट अटैक से बचाव
हेल्थलाइन के मुताबिक, किसी भी कोरोनरी आर्टरी डिजीज के कारण आने वाले हार्ट अटैक से बचने के लिए निम्नलिखितर बचाव के तरीके काम आ सकते हैं. जैसे-
- पोषण युक्त फूड्स का सेवन करें.
- जितना हो सके फिजिकली एक्टिव रहें और नियमित एक्सरसाइज करें.
- शराब का सेवन कम करें.
- धूम्रपान बंद कर दें.
- अगर डायबिटीज है, तो ब्लड शुगर को कंट्रोल रखने की कोशिश करें. आदि
यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.