Zodiac Sign, Astrology: हर लड़की की इच्छा होती है कि सुंदर जीवन साथी हो और ससुराल अच्छी हो. लेकिन कई बार तमाम कोशिशों के बाद वो सम्मान और प्यार की कमी बनी ही रहती है. इसके पीछे किन ग्रहों का हाथ होता है, जानते हैं.
ससुराल अच्छी हो, पति का प्यार मिले. ऐसी इच्छा हर किसी लड़की के मन में होती है, लेकिन कई बार ये इच्छा पूरी नहीं हो पाती है. ससुराल के हर सदस्य का स्नेह प्राप्त हो इसके लिए तमाम कोशिशों के बाद भी सफलता नहीं मिल पाती है. उल्टा तनाव और कलह की स्थिति बन जाती है तो सावधान हो जाना चाहिए. इसके पीछे कभी कभी ग्रहों की अशुभ स्थिति भी जिम्मेदार हो सकती है. ये ग्रह कौन से हैं और इन्हें कैसे शुभ बनाया जा सकता है, आइए जानते हैं.
मंगल- मंगल कराए अमंगल. मंगल ग्रह के बारे में अक्सर ऐसा कहा जाता है. ज्योतिष शास्त्र में मंगल ग्रह को साहस, क्रोध, लड़ाई आदि का कारक माना गया है. मंगल को ग्रहों को सेनापति भी कहा गया है. जब मंगल ग्रह कुंडली में अशुभ स्थिति में होता है तो कई बार लड़कियों को ससुराल में परेशानी और चुनौतियों का सामना करना पड़ता है.
मंगल का उपाय: मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करने से मंगल को दोष दूर होता है. इसके साथ ही सुंदरकांड का पाठ करने से भी लाभ प्राप्त होता है. गुड और लाल वस्त्र का भी दान कर सकते हैं.
शनि- ज्योतिष शास्त्र में शनि को क्रूर ग्रह माना गया है. शनि की चाल बहुत धीमी है. एक राशि से दूसरी राशि में जाने में शनि देव लगभग ढाई वर्ष का समय लेते हैं. इसलिए कुंडली में शनि की स्थिति शुभ नहीं है तो इसे गंभीरता से लेना चाहिए. शनि के अशुभ होने से कन्या को ससुराल में मुश्किलों को सामना पड़ता है. प्रयासों में सफलता नहीं मिल पाती है.
शनि के उपाय: शनिवार के दिन शनि देव की पूजा करें. शनि देव से जुड़ी चीजों का दान करें. शनिवार के दिन शनि चालीसा का पाठ करने से लाभ मिलता है.
राहु और केतु- इन दोनों ग्रहों को पाप ग्रहों की श्रेणी में रखा गया है. ज्योतिष शास्त्र में राहु और केतु को रहस्मय ग्रह भी कहा गया है. जब ये अशुभ होते हैं तो अनावश्यक तनाव और कलक की स्थिति का निर्माण करते हैं. कई बार संदेह और भ्रम की स्थिति को जन्म देते हैं. इसलिए इन ग्रहों को शांत रखना जरूरी बताया गया है. राहु को ससुराल का कारक भी माना गया है.
राहु को शांत रखने के लिए माथे पर चंदन का तिलक लगाना चाहिए. घर में चांदी का ठोस हाथी रखने से भी राहु का प्रभाव कम होता है. केतु को शांत रखने के लिए भगवान गणेश की पूजा करें और दो रंग वाले कुत्ते को रोटी खिलाएं.
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