नई दिल्ली. सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) को क्रिकेट का भगवान कहा जाता है. लेकिन एक बार उन पर भी बॉल टेम्परिंग के आरोप लग गए थे. इतना ही नहीं उन्हें एक मैच के लिए बैन भी कर दिया गया था. सचिन के साथ कप्तान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) और वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) सहित 6 भारतीय खिलाड़ियों की फीस काटी गई और बैन किया गया. लेकिन अंत में आईसीसी (ICC) को सचिन पर लगे आरोप को वापस लेना पड़ा. लेकिन यह घटना हमेशा के लिए इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गई.
यह बात है नवंबर 2001 की. पोर्ट एलिजाबेथ में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच (India vs South Africa) बीच खेले गए दूसरे टेस्ट मैच की. मैच के तीसरे दिन हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) की गेंद पर वीरेंद्र सहवाग ने जैक्स कैलिस के कैच की अपील की. फॉरवर्ड शॉर्ट लेग पर फील्डिंग कर रहे सहवाग अपील करते हुए अंपायर के पास चले गए थे. करियर का दूसरा टेस्ट खेल रहे सहवाग ने इसके बाद थोड़ा नाराजगी जाहिर की थी.
सचिन की स्विंग को लेकर जताया संदेह
सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) मैच में मध्यम गति से गेंदबाजी कर रहे थे. उन्हें दूसरे गेंदबाजों के मुकाबले अच्छी स्विंग भी मिल रही थी. एक कैमरे में सचिन को सीम के ऊपर हाथ से रगड़ते हुए दिखाया गया था. इसके बाद मैच रेफरी और इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइक डेनेस (Mike Denness) ने 6 भारतीय खिलाड़ियों पर जुर्माने के अलावा बैन भी लगाया. सचिन पर गेंद से छेड़छाड़ करने के आरोप में एक मैच के लिए सस्पेंडेड बैन लगाया गया. पोर्ट एलिजाबेथ में खेला गया दूसरा टेस्ट हालांकि ड्रॉ रहा था.
गांगुली को मिली कप्तानी करने की सजा
माइक डेनेस ने वीरेंद्र सहवाग पर अंपायर के फैसले पर नाखुशी जाहिर करने और अंपायर को उकसाने के आरोप में एक मैच के लिए बैन लगाया. ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह, दीप दास गुप्ता और शिवसुंदर दास पर अधिक अपील करने के आरोप में एक-एक टेस्ट का बैन लगा. वहीं कप्तान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) पर खिलाड़ियों को कंट्रोल नहीं करने के कारण एक टेस्ट या 2 वनडे का सस्पेंडेड बैन लगा. इसके अलावा सभी 6 खिलाड़ियों की 75 फीसदी मैच फीस भी काटी गई.
बीसीसीआई ने रेफरी के खिलाफ खोला मोर्चा
6 भारतीय खिलाड़ियों पर हुए गलत फैसले के बाद बीसीसीआई (BCCI) ने मैच रेफरी और आईसीसी (ICC) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. भारतीय बोर्ड ने सीरीज से माइक डेनेस को हटाने तक की मांग कर डाली. नहीं तो तीसरा टेस्ट नहीं खेलने की बात कही. आईसीसी ने रेफरी को हटाने का फैसला नहीं माना. लेकिन अंतिम टेस्ट नहीं होने की धमकी के बीच क्रिकेट साउथ अफ्रीका (CSA) ने डेनेस को तीसरे और अंतिम टेस्ट से बाहर कर दिया. आईसीसी ने इस फैसले को नहीं माना और तीसरे टेस्ट को आधिकारिक दर्जा देने से मना कर दिया. सीरीज का तीसरा टेस्ट दक्षिण अफ्रीका ने जीता, लेकिन इसे अनऑफशियिल टेस्ट मैच कहा गया.
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आईसीसी (ICC) ने बाद में जांच के बाद सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली पर लगे बैन को हटा दिया था. लेकिन वीरेंद्र सहवाग पर बैन लगा रहा. पूर्व क्रिकेटर माइक डेनेस ने 28 टेस्ट में 4 शतक और 7 अर्धशतक के सहारे 1667 रन बनाए थे. वहीं 12 वनडे में एक अर्धशतक लगाया. विवाद के बाद डेनेस ने सिर्फ 2 टेस्ट और 3 वनडे में बतौर रेफरी उतरे. 72 साल की उम्र में कैंसर की वजह से अप्रैल 2013 में उनका निधन हो गया.
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