Malware Alert: अगर आप एंड्रॉयड फोन यूज करते हैं तो ये खबर आपके काम की है और इसमें बताई हर बात पर आपको ध्यान देना चाहिए. दरअसल गूगल की तमाम सख्ती के बाद भी हैकर्स किसी न किसी तरह प्ले स्टोर में जगह बना लेते हैं और फिर लोगों के फोन से डेटा चुराते हैं. गूगल ने ऐसे ही 9 एंड्रॉयड ऐप को प्ले स्टोर पर बैन कर दिया है. इन ऐप में जोकर मालवेयर मिला है और ये इस मालवेयर के सहारे लोगों के फोन में सेंध लगा रहे थे. आइए जानते हैं ये 9 ऐप कौनसे हैं और इस तरह के ऐप से कैसे बचा जा सकता है.
गूगल ने इन ऐप पर की है कार्रवाई
हाल ही में गूगल ने जिन 9 ऐप पर कार्रवाई करते हुए इन्हें अपने प्ले स्टोर से हटा दिया है, उनमें 7 स्मार्टफोन ऐप हैं और 2 स्मार्ट टीवी से जुड़े ऐप हैं. आइए एक-एक करके जानते हैं इन ऐप के नाम.
- सुपर हीरो इफेक्ट (Super Hero Effect)
- क्लासिक इमोजी कीबोर्ड (Classic Emoji Keyboard)
- क्यूआर कोड स्कैन (QRcode Scan)
- इमोजीवन कीबोर्ड (EmojiOne keyboard)
- बैटरी चार्जिंग एनिमेशन (Battery Charging Animations Battery Wallpaper)
- वॉल्यूम बूस्टर (Volume Booster Loud Sound Equaliser)
- डेजलिंग कीबोर्ड (Dazzling Keyboard)
स्मार्ट टीवी से जुड़े इन 2 ऐप पर भी हुई है कार्रवाई
- स्मार्ट टीवी रिमोट (Smart TV Remote)
- हेलोवीन कलरिंग (Halloween Coloring)
क्या होता है Joker Malware?
यह बहुत खतरनाक मालवेयर होता है. ये किसी भी मोबाइल ऐप्लिकेशन में चोरी से घुसता है और छिपकर रहता है. ये यूजर्स की बिना जानकारी और सहमति के मोबाइल से प्रीमियम सर्विसेज का सब्सक्रिप्शन एक्टिवेट कर देता है. इसके लिए यह WAP बिलिंग सर्विस का इस्तेमाल करता है.
इस तरह यह मालवेयर बनाता है फोन में जगह
इस तरह के मालवेयर पर नजर रखने के लिए गूगल पैनी नजर रखता है, लेकिन गूगल को धोखा देकर यह प्ले स्टोर पर आ जाता है. दरअसल हैकर्स पहले नॉर्मल ऐप डिवेलप करते हैं. उसमें तमाम फीचर्स देते हैं, ऐसे ऐप पर फर्जी रेटिंग और कमेंट्स भी कराए जाते हैं. जब लोगों को इस पर भरोसा हो जाता है और वह इसे डाउनलोड कर लेते हैं तो कुछ दिन बाद हैकर्स ऐप का अपडेट जारी कर उसमें जोकर मालवेयर घुसा देते हैं. इसके बाद यह मालवेयर आपके फोन में सेंध लगा देता है. गूगल वर्ष 2017 से लेकर अब तक ऐसे 1700 ऐप का पता लगाकर उन्हें प्रतिबंधित कर चुका है जिनमें जोकर मालवेयर था.
इससे बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान
- सबसे पहले इस तरह की खबर से अपडेट रहें या बीची-बीच में चेक करते रहें कि गूगल ने प्ले स्टोर से किन ऐप्स को बैन किया है.
- एक बार जब आपको इन ऐप के बारे में पता चल जाए तो देखें कि ये ऐप जाने या अनजाने में आपके फोन में भी तो डाउनलोडेड नहीं हैं.
- अगर आपके फोन में इस तरह का कोई ऐप है तो उसे फौरन अनइंस्टॉल कर दें.
- ऐप को हटाने से पहले यह पता कर लें कि आपकी अनुमति के बिना कौन-कौन से प्रीमियम सर्विसेज का सब्सक्रिप्शन आपके नाम पर चल रहा है.
- फौरन इन कंपनियों से संपर्क करके इन सब्सक्रिप्शन को बंद कराएं.
- अब ऐप अनइंस्टॉल करने के बाद फोन में एक अच्छा एंटी वायरस ऐप डाउनलोड करके रख लें.
- उस एंटी वायरस ऐप को एक बार रन करें ताकि आपके फोन में कोई मालवेयर या वायरस हो तो आपको पता चल सके.
- अगर वायरल या मालवेयर मिलता है, तो फोन को रीसेट करना बेहतर होगा.
ये भी पढ़ें