sarvarth siddhi yoga
– फोटो : google
आसानी से देखिए अपनी जन्म कुंडली मुफ़्त में, यहाँ क्लिक करें
बिना किसी अशुभ प्रादुर्भाव के, सर्वार्थ सिद्धि योग व अमृत सिद्धि योग के अनुपम मेल 10 बजकर 44 मिनट तक था। और प्रातः 8 बजे प्राप्त आँकड़ों के अनुसार, कोरोना के 8,488 नवीन मामले हैं। जो कि लगभग डेढ़ साल में सामने आए दैनिक मामलों में ये सबसे कम है। साथ ही, उपचार किए जा रहे मरीजों की संख्या कम होकर 1,18,443 हो गई है। यह संख्या कोविड-19 के कुल मामलों का 0.34 फ़ीसदी है। मार्च 2020 के बाद से यह दर अब सबसे कम है। गत 24 घण्टों के दौरान कोविड-19 के उपचाराधीन रोगियों की संख्या में 4,271 की कमी आयी है। भारत में रोगियों के सही होने की दर 98.31 फ़ीसदी है, जो मार्च 2020 से अब सबसे अधिक है।
हमारे द्वारा किए गए सभी शुभ कार्य सर्वार्थ सिद्धि योग में फलीभूत होते हैं। आँकड़ों की माने तो दैनिक संक्रमण दर 1.08 फ़ीसदी दर्ज की गयी, जो लगभग डेढ़ महीने से भी अधिक समय (49 दिनों) से दो फ़ीसदी से कम है। गत सप्ताह कार्तिक देव दीपावली में बने संयोग और द्विपुष्कर योग के साथ ही, इस सप्ताह की संक्रमण दर 0.93 फ़ीसदी पाई गई, यह पिछले 59 दिन से दो फ़ीसदी से कम है। कुल 3,39,34,547 रोगी संक्रमण से मुक्त हुए हैं और कोविड-19 मृत्यु दर 1.35 प्रतिशत है, जो कि दो फ़ीसदी से कम है। देश भर में टीकाकरण की गतिविधियाँ तेज़ी से जारी हैं। जिसके माध्यम से, अब तक कोविड-19 से बचाव हेतु टीकों की 116.87 करोड़ से अधिक खुराक देश भर में दी जा चुकी हैं। कोरोना से मुक्ति हेतु किया गया टीकाकरण का कार्य सर्वार्थ सिद्धि का कारण बना।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से प्राप्त आँकड़ों के अनुसार, गत 24 घण्टों में केरल के 196 और महाराष्ट्र के 17 व्यक्तियों की मृत्यु कोरोना की वजह से हो गई है। द्रिक व वैदिक अयन दक्षिणायन है। अब तक कुल 4,65,911 रोगियों की मृत्यु हुई, जिनमें 1,40,739 व्यक्ति महाराष्ट्र से, 38,175 कर्नाटक से, 37,495 केरल से, 36,375 व्यक्ति तमिलनाडु, 25,095 दिल्ली, 22,909 उत्तर प्रदेश तथा पश्चिम बंगाल के 19,383 व्यक्ति थे। उक्त आँकड़ों में सर्वाधिक मृत्यु दक्षिण में हुई। मंत्रालय के अनुसार, जिनकी मृत्यु कोरोना संक्रमण के कारण हुई, उनमें से 70 फ़ीसदी से अधिक रोगी अन्य बीमारियों से भी लड़ रहे थे। मंत्रालय की वेबसाइट पर जानकारी दी गई कि उक्त संदर्भ हेतु आँकड़ों का आईसीएमआर के आँकड़ों से मिलान प्रक्रीया जारी है।
ज्योतिषियों की माने तो बीमारियों से मुक्ति हेतु सर्वार्थ व अमृत सिद्धि योग में किए गए कार्य अवश्य फलीभूत होते हैं। अमृत सिद्धि योग दीर्घायु व सर्वार्थ सिद्धि योग सभी मनोरथ पूर्ण करने वाला होता है।
जीवन के संकटों से बचने हेतु जाने अपने ग्रहों की चाल, देखें जन्म कुंडली
दरिद्रता से मुक्ति के लिए ज़रूरी है अपने ग्रह-नक्षत्रों की जानकारी, देखिए अपनी जन्म कुंडली मुफ़्त में
आपके स्वभाव से लेकर भविष्य तक का हाल बताएगी आपकी जन्म कुंडली, देखिए यहाँ