पीएम मोदी ने आज कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान कर दिया है। इस पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि आज सत्य, न्याय और अहिंसा की जीत हुई और तानाशाही करने वाले लोगों के अहंकार की हार हुई है।
नई दिल्ली। करीब एक साल से सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन के बीच आज पीएम मोदी ने कृषि कानूनों को रद्द करने का ऐलान कर दिया है। सरकार के इस फैसले पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि आज सत्य, न्याय और अहिंसा की जीत हुई और तानाशाही करने वाले लोगों के अहंकार की हार हुई है।
आज अहिंसा की हुई जीत
सोनिया गांधी ने एक बयान जारी कर कहा कि न्याय के लिए इस संघर्ष में 700 से अधिक किसानों ने बलिदान दिया है, लेकिन उनका बलिदान व्यर्थ नहीं गया आज किसानों का बलिदान रंग लाया है। सोनिया गांधी ने कहा कि आज सत्य, न्याय और अहिंसा की जीत हुई है। सत्ता में बैठे जिन लोगों ने किसानों और मजदूरों के खिलाफ साजिश रची, आज उनकी हार हुई है
आज सत्य, न्याय और अहिंसा की जीत हुई।
पिछले 7 सालों से भाजपा ने लगातार खेती पर हमला बोला है।
उम्मीद है कि प्रधानमंत्री MSP सुनिश्चित करेंगे व भविष्य में राज्य सरकारों, किसान संगठनों और विपक्षी दलों की सहमति बनाएंगे– कांग्रेस अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी#जीता_किसान_हारा_अभिमान pic.twitter.com/GiScsHi0Jl
— Congress (@INCIndia) November 19, 2021
इस दौरान सोनिया गांधी ने एक बार फिर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आज एक बड़ी साजिश को हराया गया है, जो लोगों की रोजी-रोटी और खेती किसानी पर हमला करना चाहती थी। आज अन्नदाताओं की जीत हुई है। लोगों ने किसान आंदोलन को तोड़ने की भी कई साजिश रचीं, लेकिन वे कामयाब नहीं हुए। मुझे उम्मीद है कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को इससे भविष्य के लिए कोई सबक मिलेगा।
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बता दें कि आज सुबह पीएम मोदी ने तीनों नए कृषि कानूनों को रद्द करने का ऐलान कर दिया है। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने ये कानून देश हित में बनाए थे। इन कानूनों का मकसद देश के छोटे किसानों को सशक्त बनाना था, लेकिन शायद सरकार अपनी बात किसानों को समझाने में नाकाम रही। वहीं सरकार के इस फैसले के बाद से किसान काफी खुश नजर आ रहे हैं।