How To Secure From Brata: लगभग 85 फीसदी स्मार्टफोन Android ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलते हैं. ऐप्पल आईओएस ऑपरेटिंग सिस्टम के विपरीत, एक ओपन सोर्स आधारित सिस्टम है जो यूजर्स को थर्ड पार्टी ऐप इंस्टॉल करने की अनुमति देता है जिससे यह साइबर अपराध के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाता है. इसीलिए Google लोगों को मैलवेयर के बारे में चेतावनी देता रहा है जो इस तरह से उनके फोन को इनफेक्ट कर सकते हैं और एक ऐसा मैलवेयर जो फोन यूजर्स के लिए बड़ा खतरा पैदा कर रहा है, वह है BRATA (ब्राजील का रिमोट एक्सेस टूल, एंड्रॉयड).
BRATA मैलवेयर को मूल रूप से 2019 में पहचाना गया था और अब यह एक नए वेरिएंट के साथ सामने आया है जो बैंक ऐप्स से पैसे चुरा सकता है और एंड्रॉयड डिवाइस से डेटा डिलीट कर सकता है. रिसर्चर्स ने लोगों को चेतावनी दी है कि मैलवेयर का नया वेरिएंट टारगेट डिवाइस पर फैक्टरी रीसेट करने में सक्षम है और यूजर की अनुमति या जानकारी के बिना डेटा को पूरी तरह से मिटा सकता है.
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BRATA ई-बैंकिंग ऐप्स के जरिए पैसे चुरा सकता है
मिलान में एक आईटी सिक्योरिटी रिसर्चर, इटली स्थित फ्रॉड मैनेजमेंट फर्म क्लीफी ने कहा कि मैलवेयर का उद्देश्य डिवाइस पर इंस्टॉल किए गए बैंक ऐप्स तक पहुंचकर यूजर के बैंक अकाउंट से पैसे चोरी करना है. यदि सफल होता है, तो वह यूजर का ध्यान डायवर्ट करने के लिए फोन फैक्टरी रीसेट करता है. यूजर अपने फोन से सारा डेटा खो देता है.
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क्लीफी ने यह भी नोट किया कि BRATA का नया वेरिएंट GPS और कीलॉगिंग को भी ट्रैक कर सकता है. इसका मतलब है, मैलवेयर न केवल यूजर्स की लोकेशन को ट्रैक कर सकता है, बल्कि इनफेक्टिड डिवाइस पर उनकी एक्टिविटी के आधार पर डेटा तक भी पहुंच सकता है. रिपोर्ट के अनुसार, BRATA शुरू में एक बैंकिंग ट्रोजन है जो यूजर्स के Android डिवाइस को दूर से एक्सेस कर सकता है और ई-बैंकिंग ऐप्स के माध्यम से उनका पैसा चुरा सकता है. हालांकि, नया वेरिएंट दुर्भावनापूर्ण गतिविधियों के बाद एंड्रॉयड स्मार्टफोन को दूर से फैक्टरी रीसेट कर सकता है.
How to secure your device from BRATA malware?
यदि आप एक एंड्रॉयड यूजर हैं, तो बेहतर होगा कि आप थर्ड पार्टी ऐप स्टोर से ऐप्स डाउनलोड करने से बचें. यह भी सलाह दी जाती है कि यदि आप Play Store से कोई ऐप डाउनलोड कर रहे हैं, तो उसके द्वारा मांगी गई परमिशन चेक करें. अपने फोन पर विश्वसनीय एंटी-मैलवेयर सॉफ़्टवेयर का उपयोग करने की सलाह दी जाती है. यह आपके डिवाइस को अपडेट रखेगा और संभावित खतरों के लिए नियमित रूप से स्कैन करेगा, लेकिन याद रखें, एंटी-मैलवेयर सॉफ़्टवेयर हमेशा सफल नहीं होता है, इसलिए आपको किसी भी थर्ड पार्टी ऐप को पूरी तरह से वेरिफाई किए बिना डाउनलोड नहीं करना चाहिए. यह रणनीति आपको अच्छे रिजल्ट दे सकती है.
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