Norton ने अगले वर्ष के लिए सायबर सिक्योरिटी से जुड़े कुछ पूर्वानुमान दिए हैं। इनमें क्रिप्टोकरंसी स्कैम में बढ़ोतरी सबसे ऊपर है। बहुत से देश क्रिप्टोकरंसी सेगमेंट को रेगुलेट करने की योजना भी बना रहे हैं। क्रिप्टो मार्केट की कम जानकारी रखने वाले नए इनवेस्टर्स के आने से स्कैमर्स को धोखाधड़ी करने में आसानी हो सकती है। Norton ने कहा, “स्कैमर्स क्रिप्टो मार्केट की कम समझ रखने वाले लोगों के साथ आसानी से धोखाधड़ी कर सकते हैं। नए इनवेस्टर्स के आने से स्कैम्स की संख्या भी बढ़ने की आशंका है। स्कैम करने के अधिकतर तरीके पुराने हो सकते हैं लेकिन हमें स्कैमर्स के नए तरीकों का भी इस्तेमाल करने की आशंका है।”
महामारी के दौरान ऑनलाइन होने की जरूरत और पहचान से जुड़े सभी दस्तावेजों को ऑनलाइन रखने से पहचान की चोरी और अन्य स्कैम हो सकते हैं। Norton का कहना है कि सायबर क्रिमिनल लॉगिन डिटेल्स चुराने के लिए फिशिंग कैम्पेन का इस्तेमाल कर सकते हैं या टेक सपोर्ट उपलब्ध कराने की आड़ में धोखाधड़ी हो सकती है।
Norton ने कहा कि हैकर एक्टिविस्ट या हैक्टिविस्ट राजनीतिक हमले करने के अपनी जानकारी का इस्तेमाल करेंगे। वे सरकारों को परेशान कर सकते हैं, डर का माहौल बना सकते हैं या किसी गोपनीय जानकारी का खुलासा कर सकते हैं। इस वर्ष भी ऐसे कुछ हमले किए गए हैं। अगले वर्ष स्कैमर्स आपदाओं से पीड़ित लोगों को निशाना बनाना जारी रखेंगे। इन पीड़ितों को इंश्योरेंस कंपनियों या सरकार की ओर से मिलने वाली रकम को हड़पने की स्कैमर्स कोशिश कर सकते हैं। Norton का मानना है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग से सायबर क्राइम बढ़ेंगे। इससे अपराधियों और स्कैमर्स को धोखाधड़ी करने के लिए नया टूल मिल सकता है।
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